Jagriti Mishra
जागृति मिश्रा

Kahani: एक गाँव मे राम नाम का आदमी रहता था। वह एक किसान था। एक बार वो खेत में खुदाई कर रहा था। तभी उसे एक कैंची मिलती है। जब वो कैंची को चलाता है तो कैंची से अनाज निकलना शुरू हो जाता है। फिर वो कैची बंद कर देता है और बहुत खुश हो जाता है। फिर वह घर जाकर सबको वह कैची दिखाता है। तभी खिड़की से उसका पड़ोसी जादुई कैची को देख लेता है। उसके अंदर लालच भर जाता है।

उसी रात वह जादुई कैची चुरा लेता है और एक नाव लेकर समुद्र के पार जाने लगता है। फिर वह रास्ते में सोचता है कि एक बार मैं ये कैची चलाकर देखूं। वो जैसे ही कैची को चलाता है। तो अनाज निकलना शुरू हो जाता है। जब वह कैची को बंद करने की कोशिश करता है तो उससे कैची बंद नहीं होती है। और धीरे-धीरे पूरी नाव में अनाज ही अनाज भर जाता है।

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वो चिल्लाता रह जाता है बचाव-बचाव पर उसकी आवाज सुनने वाला वहां कोई नहीं होता। धीरे-धीरे पूरी नाव डूब गई और वह मर गया। इस कहानी से यह सीख मिलती है कि लालच बुरी बला है। लालच में पड़ा व्यक्ति दूसरे का नुकसान तो करता ही है, साथ में खुद को भी ले डूबता है।

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