Dhanteras 2023: हिंदू धर्म में दीपावली एक ऐसा त्योहार है, जो अपने आसपास कई पर्व को लेकर आता है। दीपावली से पहले धनतेरस (Dhanteras 2023) का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। धनतेरस (Dhanteras) का त्योहार लोगों के जीवन में समृद्धि और स्वास्थ्य लाने के वाला माना जाता है। इसलिए लोग इसे बहुत उत्साह पूर्वक मनाते हैं। वहीं दीपों का पर्व दीपावली धनतेरस से शुरू हो जाता है। धनतेरस पूजा को धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि धनतेरस (Dhanteras 2023) के दिन नई वस्तुएं खरीदना शुभ होता है। इस दिन चांदी खरीदने की भी प्रथा है। अगर चांदी खरीदना सम्भव न हो तो कोई बर्तन ही खरीदें। इसके पीछे कहा जाता है कि यह चन्द्रमा का प्रतीक है, जो शीतलता प्रदान करता है और मन में सन्तोष होता है।

हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक, धनतेरस (Dhanteras 2023) के दिन अपने घर में 13 दीये जलाना चाहिए और घर में सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। इन दीपों का प्रज्ज्वलन सबसे पहले दक्षिण दिशा में यम देवता के लिए और दूसरा धन की देवी मां लक्ष्मी के लिए करना चाहिए। इसके बाद दो दीये अपने घर के मुख्य द्वार पर एक दीया तुलसी महारानी के लिए, एक दीया घर की छत पर और बाकी दीये घर के अलग-अलग कोने में रख देने चाहिए। मान्यता है कि यह 13 दीये घर की नकारात्मक ऊर्जा और बुरी आत्माओं से रक्षा करते हैं।

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वहीं धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी इस दिन का विशेष महत्व है। शास्त्रों के मुताबिक, जिन परिवारों में धनतेरस के दिन यमराज के निमित्त दीपदान किया जाता है, वहां किसी की अकाल मृत्यु नहीं होती। धनतेरस के दिन से ही घरों में दीपावली की सजावट शुरू हो जाती है। इस दिन घरों की साफ-सफाई कर, चैक, रंगोली बना सायंकाल के समय दीपक जलाकर लक्ष्मी जी का आवाहन किया जाता है। धनतेरस के दिन पुराने बर्तनों को बदलना व नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि धनतेरस को चांदी के बर्तन खरीदने से अधिक पुण्य लाभ होता है।

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