Deoria Hatyakand Updates: उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में बीते दिनों हुई हत्याकांड को सियासी रंग देने की कोशिश शुरू हो गई है। सपा समर्थक इस घटना को जातीय रंग देना शुरू कर दिया है। भड़काऊं पोस्ट करने पर सपा के कुछ नेताओं पर कार्रवाई भी हो चुकी है। वहीं अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देवरिया कांड में योगी सरकार को घेरा है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर उत्तर प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि किसी भी पक्ष के साथ अन्याय न होने पाए।

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि देवरिया कांड में अगर किसी भी पक्ष के साथ अन्याय हुआ, तो ये भी एक अपराध होगा। शासन-प्रशासन का दायित्व है कि वो वातावरण को तनावमुक्त करे व रखे और ऐसा कोई भी काम न करे जो माहौल बिगाड़े। उन्होंने आगे लिखा- शांति की कोशिश का अंत किसी की हत्या या हत्या का प्रतिकार नहीं हो सकता और न ही ऐसी वारदातें किसी सत्ता के लिए सियासी फ़ायदा उठाने का मौका होनी चाहिए। बता दें कि घटना के बाद शुरू हुई जांच में मृतक प्रेमचंद यादव का कुनबा फंसता नजर आ रहा है। भू माफिया व सपा नेता प्रेमचंद यादव ने दबंगई से सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रखा था। यहां तक कि उसका घर भी वन विभाग की जमीन पर बना हुआ है। पैमाइश के बाद उसके घर पर नोटिस चस्पा कर दिया गया है। उसके परिवार की तरफ से सही जवाब न मिलने पर घर पर बुलडोजर चलना तय माना जा रहा है।

ऐसे में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे है। माना जा रहा है अखिलेश यादव अप्रत्यक्ष तौर पर भूमाफिया प्रेमचंद यादव के परिवार का बचाव करने की कोशिश की है। बता दें कि देवरिया जनपद के फतेहपुर गांव में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव और सत्यप्रकाश दुबे के बीच जमीनी विवाद लंबे समय से चल रहा था। प्रेमचंद यादव से अपनी जमीन वापस पाने के लिए सत्यप्रकाश दुबे पुलिस और जिला प्रशासन से इंसाफ की गुहार भी लगा चुका था। मामला कोर्ट में चल रहा है, जिसको लेकर प्रेम यादव उसको अक्सर धमकाता रहता था। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर प्रेमचंद यादव सत्यप्रकाश दुबे के घर मुकदमे की पैरवी को रोकने गया था। लेकिन, इस दिन सत्यप्रकाश दुबे का धैर्य जवाब दे गया और उसने प्रेमचंद ईंट से कूचकर हत्या कर दी।

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प्रेमचंद की हत्या के बाद आक्रोशित उसके समर्थकों ने सत्यप्रकाश दुबे के घर पर धावा बोल दिया और घर में मौजूद सभी पांच सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी। हालांकि इस दौरान सत्यप्रकाश का एक मासूम बच्चा बच गया है, जिसका लखनऊ मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। एक दिन में छह लोगों की निर्मम हत्या से पूरा उत्तर प्रदेश सरकार हिल गई। मुख्यमंत्री के सख्त तेवर को देखते हुए एसडीएम और क्षेत्राधिकारी का निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही लावरवाह अधिकारियों के खिलाफ जांच भी शुरू हो गई है। मामले में हर तरफ से प्रेमचंद यादव का परिवार फंसता नजर आ रहा है, ऐसे में समाजवादी पार्टी की तरफ से जाति कार्ड खेलने की सियासत शुरू हो गई है।

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