Kahani: जगत की रीति

Kahani: एक बार एक गाँव में पंचायत लगी थी। वहीं थोड़ी दूरी पर एक सन्त ने अपना बसेरा किया हुआ था। जब पंचायत किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सकी, तो…

Kahani: निंदा का परिणाम

Kahani: एक राजा जरूरतमन्दों को अपने महल के आँगन में भोजन करा रहा था। राजा का रसोइया खुले आँगन में भोजन पका रहा था। उसी समय एक चील अपने पंजे…

Kahaani: अपनी गठरी टटोलें

Kahaani: दो आदमी यात्रा पर निकले। दोनों की रास्ते में मुलाकात हुई। दोनों का गंतव्य एक था, तो दोनों यात्रा में साथ हो चले। सात दिन बाद दोनों के अलग…

Kahaani: काश की हमारे लोग इसे समझ पाते…

आशुतोष दीक्षित Kahaani: महेश के घर आते ही बेटे ने बताया कि वर्मा अंकल आर्टिगा गाड़ी ले आये हैं। पत्नी ने चाय का कप पकड़ाया और बोली पूरे 13 लाख…

Book Release: राज्यपाल राधाकृष्णन ने संजय शेरपुरिया की पुस्तक “जल प्रबंधन” का किया विमोचन

Book Release: नई दिल्ली के इन्डिया इंटरनेशनल सेंटर में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की जयंती पर जी-20 के संलग्न कार्यक्रम “स्वच्छ एवं सुरक्षित जल” के विषय पर एक परिसंवाद…

Poem: वर्षा जल खुद राह बनाए

वर्षा जल खुद राह बनाए, जाने को तालाब में। बाधा कोई आ न जाए, इस मिलन की राह में। इतनी चिंता हमको करनी, अबकी वर्षाकाल में। भर जाएं जब ताल…

संस्कार देती है साहित्यिक पत्रकारिता: गिरीश पंकज

इंदौर: देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका ‘वीणा’ (इंदौर) के संपादक राकेश शर्मा को मीडिया विमर्श परिवार द्वारा रविवार को इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में 15वें पं. बृजलाल…

नारी मन को छूने का प्रयास है ‘सिंदूरी पात तुलसी के’, सुप्रिया मिश्रा की रचनाओं का गुलदस्ता

नारी कोमल हृदय की तिल तिल कठोर वेदना। घर गृहस्थी को हर अमावस पूर्णमासी तौलना। कुछ जोड़ने कुछ पकड़ने चाह। सफल गृहस्थी के सुखी उपाय। अनूप ओझा ये पंक्तियां कवियत्री…

धरती का उत्पत्ति काल

धरती का उत्पत्ति काल, नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तुम्हारा, नवरात्रि प्रथम दिन स्वागत है।। विक्रम संवत दो हजार अस्सी, गौरव पराक्रम का स्वागत है। वसुधा है…

Other Story