Pauranik Katha: अहंकार करना उचित नहीं

Pauranik Katha: प्राचीन काल की बात है, शेषनाग का एक महा बलवान पुत्र था। उसका नाम मणिनाग था। उसने भक्ति भाव से भगवान शंकर की उपासना कर गरुड़ से अभय…

Kahan: मन मैला और तन को धोएं

Kahan: कुंभ स्नान चल रहा था। राम घाट पर भारी भीड़ लगी थी। शिव पार्वती आकाश से गुजरे। पार्वती जी ने इतनी भीड़ का कारण पूछा आशुतोष ने कहा, कुम्भ…

Kahani: गुरु मिले तो बंधन छूटे

Kahani: एक पंडित प्रतिदिन रानी को कथा सुनाने महल में जाया करते थे। कथा के अंत में प्रतिदिन कहते कि- राम सुमर ले तो बंधन छूटे। कई दिन कथा सुनने…

Garuda Purana: मृत्यु के बाद आत्मा का क्या होता है

Garuda Purana: मृत्यु के बाद आत्मा कैसे शरीर के बाहर जाता है? कौन प्रेत का शरीर प्राप्त करता है? क्या भगवान के भक्त प्रेत योनि में प्रवेश करते हैं? भगवान…

Pauranik Katha: सुलोचना को शेषनाग का श्राप

Pauranik Katha: एक बार लक्ष्मी माता ने शेषनाग को श्रीहरि विष्णु के हाथ पर बांध दिया। उन्होंने शेषनाग को कसकर श्रीहरि की कलाई पर बांध दिया जिससे उनके नेत्र से…

Mahakumbh 2025: अर्ध कुंभ, पूर्ण कुंभ और महा कुंभ में अंतर

Mahakumbh 2025: अर्ध कुंभ, पूर्ण कुंभ और महा कुंभ भारत में आयोजित होने वाले प्रमुख धार्मिक मेलों के प्रकार हैं, जिनमें समय और आयोजन स्थल के आधार पर भेद होता…

Pauranik Katha: दानवीर महाराज शिवि की कथा

Pauranik Katha: पुरुवंश में जन्मे उशीनर देश के राजा शिवि बड़े ही परोपकारी और धर्मात्मा थे। परम दानवीर राजा शिवि के द्वार से कभी कोई खाली हाथ नहीं जाता था।…

Pauranik Katha: पौराणिक आठ दिव्य बालक

Pauranik Katha: हमारे धर्म ग्रंथों में ऐसे अनेक बच्चों के बारे में बताया गया है जिन्होंने कम उम्र में ही कुछ ऐसे काम किए, जिन्हें करना किसी के बस में…

Pauranik Katha: हनुमान की अद्भुत पराक्रम की रोचक कथा

Pauranik Katha: राम-रावण युद्ध के समय जब रावण ने देखा कि हमारी पराजय निश्चित है तो उसने अपने 60 हजार अमर राक्षसों को बुलाकर रणभूमि में भेजने का आदेश दिया।…

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