Pauranik Katha: देवताओं और दैत्यों के पिता थे कश्यप ऋषि, 13 पत्नियां से उत्पन्न हुईं संताने

Pauranik Katha: अक्सर हम कश्यप ऋषि और उनके गोत्र की बातें सुनते हैं। पुराणों में कश्यप ऋषि के बारे में बहुत कुछ लिखा हुआ है। आओ जानते हैं कि आखिर…

Pauranik Katha: सर्वनिन्दक महाराज

Pauranik Katha: एक थे सर्वनिन्दक महाराज। काम-धाम कुछ आता नहीं था पर निंदा गजब की करते थे। सदैव औरों के काम में टाँग फँसाते थे। अगर कोई व्यक्ति मेहनत करके…

यह समय भारतीय भाषाओं का अमृतकाल : प्रो. संजय द्विवेदी

खड़गपुर (पश्चिम बंगाल): भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में शीर्ष नेतृत्व ने हिंदी और भारतीय भाषाओं को…

Kahani: राजा का उत्तराधिकारी

Kahani: एक बार की बात है। नयासर राज्य में नंदाराम नाम का एक राजा हुआ करता था। वह बहुत ईमानदार और साहसी था। उसे अपनी प्रजा से बहुत प्यार था।…

डॉ. शिप्रा धर को मिला सर्वोत्तम नागरिक पुरस्कार

Mumbai: काशी की बेटी, भारत विकास परिषद की नेशनल वाईस चेयरपर्शन, राष्ट्रीय महिला आयोग की सलाहकार समिति की सदस्य, एनेमिया मुक्त भारत की राष्ट्रीय संयोजक, काशी मेडिकेयर की निदेशक डॉ…

Pauranik Katha: राम भक्त जामवंत जी के रहस्य

Pauranik Katha: जामवन्त को ऋक्षपति कहा जाता है। यह ऋक्ष बिगड़कर रीछ हो गया जिसका अर्थ होता है भालू अर्थात भालू के राजा। लेकिन क्या वे सचमुच भालू मानव थे?…

Kahani: परहित का चिंतन

Kahani: एक राजा था जिसे शिल्प कला अत्यंत प्रिय थी। वह मूर्तियों की खोज में देश-परदेश जाया करता था। इस प्रकार राजा ने कई मूर्तियाँ अपने राज महल में लाकर…

Kavita: अभी समय है जागो प्रियजन

आंख खोल कर देखो अब तो, बंग बंधु क्या संदेश दे रहे। कान खुले होते यदि तेरे, देश विभाजन कभी न होता।। अभी समय है जागो प्रियजन, स्वाभिमान कुछ शेष…

Prerak Prasang: प्रारब्ध

Prerak Prasang: एक व्यक्ति हमेशा ईश्वर के नाम का जाप किया करता था। धीरे-धीरे वह काफी बुजुर्ग हो चला था इसीलिए एक कमरे में ही पड़ा रहता था। जब भी…

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