Pauranik Katha: वासना के कारण विनाश का उदाहरण है सुंद-उपसुंद की कथा

Pauranik Katha: हिरण्यकशिपु के वंशज सुंद-उपसुंद। हिरण्यकशिपु के वंश में राक्षस निकुंभ के दो पुत्र हुए, सुंद और उपसुंद। ये दोनों भाई अपने समय के शक्तिशाली राक्षस थे। दोनों में…

Kahani: विवाह भोज या निकाह की पार्टी

Kahani: एक मित्र ने एक मजेदार वाकया सुनाया। उसने बताया कि पिछले दिनों एक जैन परिवार की शादी में प्रीतिभोज में जाना हुआ। स्वागत द्वार पर गुलाब के फूल, मैंगो…

सीएम योगी ने आयुष और एफएसएल में चयनित 283 अभ्यर्थियों को वितरित किए नियुक्ति पत्र

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले 8 वर्षों में पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के जरिए युवाओं को नई पहचान और वैश्विक मंच प्रदान किया गया है। इसी…

Kahani: चार टका

एक गाँव में एक ब्राह्मण सपरिवार रहता था। उसका भानजा उसके साथ रहता था। भानजा एकदम मूर्ख था। कोई काम-धाम नहीं करता। घर में रहकर मामा-मामी की रोटियाँ तोड़ता रहता…

नव वर्ष प्रतिपदा सिंह द्वार

नव वर्ष प्रतिपदा सिंह द्वार संकल्प से सिद्धि तक जाना है। हो सशक्त समृद्ध सनातन वसुधा को परिवार बनाना है।। हों कहीं गुलामी के शूल दंश चुन चुन सब शूल…

Poem: प्रकृति भी रंग पसारे है

प्रकृति भी रंग पसारे है, नववर्ष तुम्हारा आलिंगन! फसलें भी स्वर्ण सरीखी सी, आतुर हैं आने को आंगन। जो बीत गईं वो यादें हैं, आएंगी वो है नव जीवन! बीतीं…

Poem: हारे हुए लोग कहाँ जायेंगे

हारे हुए लोग कहाँ जायेंगे हारे हुए लोगों के लिए कौन दुनिया बसाएगा, उन पराजित योद्धाओं के लिए, तमाम शिकस्त खाए लोगों के लिए। प्रेम में टूटे हुए लोग, सारी…

Prerak Prasang: प्रयास जरूरी है

Prerak Prasang: एक व्यक्ति प्रतिदिन आकर महात्मा बुद्ध का प्रवचन सुना करता था। उसका यह क्रम एक माह तक बराबर चला पर इस सबका उसके जीवन पर कोई प्रभाव नहीं…

Kahani: शिवभक्त बन गया शिकारी

Kahani: प्राचीन काल में किसी जंगल में गुरुद्रुह नाम का एक शिकारी रहता था। जो जंगली जानवरों का शिकार करता और उससे अपने परिवार का भरण-पोषण करता। एक बार शिवरात्रि…

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