बरेली। जर, जोरू और जमीन के चक्कर में अक्सर बड़ी घटनाएं होती रहती हैं। बरेली जनपद के भोजीपुरा इलाके में संपत्ति विवाद में एक किसान की हत्या हो गई है। बताया जा रहा है कि औलाद की चाहत में 52 वर्षीय जगनलाल यादव ने दस शादियां की थी। उसे विरासत में कुछ पैतृक संपत्ति मिली थी। इसी संपत्ति को वह अपने गोद लिए हुए बेटे को देने की बात कर रहा था। लेकिन वह ऐसा पाता उससे पहले उसकी हत्या कर दी गई। उसकी लाश घर के करीब एक खेत से बरामद हुई है। उसके मफलर से ही उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है। भोजीपुरा के एसएचओ मनोज कुमार त्यागी ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जगनलाल की गला दबाकर हत्या किए जाने की बात सामने आई है। जबकि उसके सिर पर चोट के निशान भी मिले हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है था कि मारने के लिए उसके सिर पर किसी चीज से तगड़ा वार किया गया था।
स्थानीय लोगों की मानें तो उसने अपने गोद लिए बेटे को संपत्ति देने का फैसला किया था, जिस पर उसके बड़े भाई नाराज़ चल रहे थे। वहीं जगनलाल ने 90 के दशक में अपनी पहली शादी की थी। उसकी पांच पत्नियों की कथित तौर पर बीमारी के चलते असमय मौत हो गई थी, जबकि तीन अन्य पत्नियों ने उसे छोड़कर चली गई थीं। मौजूदा समय में वह 35 और 40 वर्ष की उम्र की दो पत्नियों के साथ रह रहा था। पुलिस के मुताबिक उसकी पत्नियां उसकी पहली शादी से अनजान थीं। एसएचओ ने बताया कि शुरूआती जाँच में हत्या के पीछे संपत्ति विवाद नजर आ रही है। उसकी जमीन मुख्य सड़क से सटी होने की वजह से बाजार में उसकी अच्छी कीमत है। ग्रामीणों ने बताया कि कोई औलाद न होने के चलते वह बार-बार शादी कर रहा था। वहीं उसके साथ एक युवक रहता है तो उसकी पहली पत्नी के पहले पति से पैदा हुआ है।
एसएचओ के अनुसार जांच में पता लगा है कि जगनलाल के पिता ने उसके बार-बार शादी करने के चलते उसे अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया था और अपनी पूरी 70 बीघा जमीन अपने बड़े बेटे को हस्तांतरित कर दिया था। लेकिन पारिवारिक विवाद के चलते उसके बड़े भाई ने वर्ष 1999 में पंचायत के फैसले पर 14 बीघा जमीन उसे वापस लौटा दिया था।