कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से यहां राजनीतिक हिंसा का दौर शुरू हो गया है। टीएमसी समर्थक एक बार फिर चुन—चुन कर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव में टीएमसी को मिली जबरदस्त जीत से उत्साहित कार्यकर्ता जीत का जश्न गुलाल—अबीर से मनाने की खूनी हिंसा करके मनाने में लग गए हैं। चुनाव परिणाम आते ही कुछ बीजेपी कार्यालयों को आग लगा दी गई। साथ ही बीजेपी कार्यकर्ताओं के घरों पर हमला करके उन्हें मारापीटा जा रहा है। टीएमसी के समर्थकों की हिंसा में अब तक कई भाजपा कार्यकर्ता घायल हुए हैं तो कुछ की मौत की खबर है। बढ़ रही हिंसक घटनाओं पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने जहां राज्य के डीजीपी और पुलिस कमिश्नर को तलब किया है तो वहीं गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट तलब की है। वहीं अब कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले के विरोध में बीजेपी 5 मई को देशभर में धरना प्रदर्शन करेगी।
Those who talk of “Freedom of Expression” & “Upholding the Constitution” …have made the world realise today ..how very Hypocritical they are ..how Fake are their expressions!! pic.twitter.com/jX4pH7h3W0
— Sambit Patra (Modi Ka Parivar) (@sambitswaraj) May 4, 2021
जेपी नड्डा करेंगे का बंगाल दौरा
बंगाल में टीएमसी के समर्थकों के हमले में घायल हुए तथा मारे गए कार्यकर्ताओं के परिजनों से मुलाकात करने के लिए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा 4 और 5 मई को बंगाल दौरे पर जा रहे हैं। बीजेपी ने यह जानकारी ट्वीट करके दी है। बीजेपी की तरफ से बताया गया है कि इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा भी करेंगे।
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टीएमसी समर्थकों का उत्पात नई बात नहीं
पश्चिम बंगाल में अशांति नई बात नहीं है। टीएमसी समर्थकों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह बीजेपी समर्थकों को यहां देखना पसंद नहीं करते हैं। इसी का नतीजा है कि यहां हिंदुत्ववादी लोगों की हत्याएं कर दी जाती है। लाशों की ढेर की राजनीति ने यहां के लोकतंत्र को खतरे में डाल दिया है। इस बात को खुद यहां के राज्यपाल जगदी धनखड़ स्वीकार कर चुके हैं। नतीजा यह रहा कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला किया गया। बीजेपी कार्यकर्ताओं की तरफ से विरोध प्रदर्शन करने पर पुलिस की तरफ से लाठियां बरसाना और मुकदमे दर्ज कर जेल भेजना यह दर्शाता है कि यहां हालात ठीक नहीं हैं।
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