Kahani: गुरु का आदेश न मानने का परिणाम
Kahani: एक सेवक ने अपने गुरु से विनती की कि मैं सत्संग भी सुनता हूँ, सेवा भी करता हूँ, किन्तु फिर भी मुझे कोई फल नहीं मिला। गुरु ने प्यार…
Kahani: एक सेवक ने अपने गुरु से विनती की कि मैं सत्संग भी सुनता हूँ, सेवा भी करता हूँ, किन्तु फिर भी मुझे कोई फल नहीं मिला। गुरु ने प्यार…
Kahani: एक राजा सायंकाल में महल की छत पर टहल रहा था। अचानक उसकी दृष्टि महल के नीचे बाजार में घूमते हुए एक सन्त पर पड़ी। संत तो संत होते…
Kahani: एक बार की बात है, एक टिड्डा बड़े सुंदर खेत में रहता था। वह अपने दिन खेलते और गाते बिताता था। कभी भी किसी चीज की चिंता नहीं करता…
Pauranik Katha: इन्द्र से वर प्राप्त करके रघुनन्दन राम महर्षि अगस्त्य के आश्रम में पहुँचे। वे शम्बूक वध की कथा सुनकर बहुत प्रसन्न हुये और उन्होंने विश्वकर्मा द्वारा दिया हुआ…
Kahani: राजा हर्षवर्धन युद्ध में हार गए। हथकड़ियों में जीते हुए पड़ोसी राजा के सम्मुख पेश किए गए। पड़ोसी देश का राजा अपनी जीत से प्रसन्न था और उसने हर्षवर्धन…
Kahani: बहुत समय पहले हरिशंकर नाम का एक राजा था। उसके तीन पुत्र थे और अपने उन तीनों पुत्रों में से वह किसी एक पुत्र को राजगद्दी सौंपना चाहता था।…
Kahani: बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव में एक मूर्तिकार (मूर्ति बनाने वाला) रहता था वह ऐसी मूर्तियाँ बनता था, जिन्हें देख कर हर किसी को मूर्तियों के…
Prerak Prasang: बहू आज किसी भी सब्जी या दाल में नमक मत डालना। क्यों माँजी? सभी के लिए हफ्ते में एक दिन भोजन में नमक छोड़ने का नियम बना रही…
Kahani: पुराने जमाने में एक शहर में दो ब्राह्मण पुत्र रहते थे, एक गरीब था तो दूसरा अमीर। दोनों पड़ोसी थे। गरीब ब्राह्मण की पत्नी उसे रोज़ ताने देती झगड़ती।…
Kahani: किसी नगर में एक प्रसिद्ध चित्रकार रहता था। देश-विदेश से उसकी चित्र प्रदर्शनी देखने हजारों लोग आते थे और उसके काम की प्रशंसा करते नहीं थकते थे। एक बार…