Dussehra पर नीलकंठ का दर्शन करना क्यों माना जाता है शुभ, जानें क्या कथा
Dussehra: दशहरा, जिसे विजयदशमी भी कहा जाता है, अश्विन माह की दसवीं तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक…
Dussehra: दशहरा, जिसे विजयदशमी भी कहा जाता है, अश्विन माह की दसवीं तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक…
Navratri: नवरात्रि चल रही है, जिसे हमलोग दुर्गापूजा के नाम से भी जानते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि माँ भगवती को माँ दुर्गा क्यों कहा जाता है। पौराणिक…
Pauranik Katha: राजा परीक्षित एक बार शिकार करने के लिए निकले और जंगल में दूर निकल गये। भूख-प्यास से त्रस्त होकर वे एक आश्रम पहुँचे जहाँ शमिक ऋषि ध्यान मग्न…
Pauranik Katha: राधा मात्र एक नाम नहीं है, जिसे कृष्ण नाम के पहले लगाया जाता है। आज भी जब कहीं शाश्वत व आध्यात्मिक प्रेम की चर्चा होगी तो राधे-कृष्ण की…
Pauranik Katha: भगवान को अगर किसी युग में आसानी से प्राप्त किया जा सकता है तो वह युग है कलियुग। इस कथन को सत्य करता एक दोहा रामचरितमानस में तुलसीदास…
Pauranik Katha: चंद्रमा की सुंदरता पर राजा दक्ष की सत्ताइस पुत्रियां मोहित हो गईं। वे सभी चंद्रमा से विवाह करना चाहती थीं। दक्ष ने समझाया सगी बहनों का एक ही…
Vedas: वेद दुनिया के प्रथम धर्मग्रंथ है। इसी के आधार पर दुनिया के अन्य मजहबों की उत्पत्ति हुई, जिन्होंने वेदों के ज्ञान को अपने अपने तरीके से भिन्न-भिन्न भाषा में…
Dharm Gyan: श्री अयोध्या जी। आइए एक अलौकिक ज्ञान से परिचित हुआ जाय। यह कोई सामान्य जानकारी नहीं है। हमारा सनातन जिसे महाविज्ञान कहता है, यह उसका एक अंशमात्र है।…
Pauranik Katha: दुशासन को जब भीम ने मार कर उसका रक्त पिया और द्रौपदी के केश उसके खून से धुलवाए तो दुर्योधन की आँखों में खून उतर आया उसने आव…
Pauranik Katha: सुबह मेघनाथ से लक्ष्मण का अंतिम युद्ध होने वाला था। वह मेघनाथ जो अब तक अविजित था, जिसकी भुजाओं के बल पर रावण युद्ध कर रहा था, अप्रितम…