लेखक की पीड़ा
पहचान बड़ी मुश्किल उनकी, जिनकी यह चाह रही है। फ़ेसबुक पर चोरी करना, जिनका बस काम यही है। रात-रात भर पता करें, ये जगते रोज दिखेंगे, किसी वाल के कवि…
पहचान बड़ी मुश्किल उनकी, जिनकी यह चाह रही है। फ़ेसबुक पर चोरी करना, जिनका बस काम यही है। रात-रात भर पता करें, ये जगते रोज दिखेंगे, किसी वाल के कवि…
शोर मचाओ बरसो सावन, आज तुम हमरी अँगना। आज हुई रे मैं तो बावरी, घर आये मोर सजना।। मन बगिया की कली खिली है, उठे महक चहु ओर। नाच रही…
हर तरफ दर्द का समन्दर है। ऐ खुदा कौन सा ये मंजर है। मुल्क में बेबसी का है पहरा। और सोया हुआ कलन्दर है। मुश्किलों से जो हारकर बैठे। कैसे…
वक्त यह जैसा कहेगा अब तुम्हें ढलना पड़ेगा आंधियों में ओ मुसाफिर अनवरत चलना पड़ेगा लाख बाधायें भले ही अब तुम्हें आकर डरायें हों भले अवरोध कितने पग न लेकिन…
परदेश गये मोहे छोड़ पिया। सेजीया सूनी मन खिन्न किये।। काटे ना कटे विरहन रतियाँ। आँगन नागिन के सेज लगे।। सौतन बन कर कंगना खनके। पायल बाजे बेड़ी बन कर।।…