Poetry: सहारा
पार्टी-चिन्ह सहारा मेरा। सबने जब दिल तोड़ दिया था, मुझे अकेला छोड़ दिया था। सिर्फ इसी ने साथ निभाया, प्यार किया, जीभर दुलराया। सुख-दुख का पक्का साथी है, असली दोस्त…
पार्टी-चिन्ह सहारा मेरा। सबने जब दिल तोड़ दिया था, मुझे अकेला छोड़ दिया था। सिर्फ इसी ने साथ निभाया, प्यार किया, जीभर दुलराया। सुख-दुख का पक्का साथी है, असली दोस्त…
मेरे प्यारे, कुत्ता भाइयो! तुम सो रहे हो, अपना भविष्य खो रहे हो। हम तुम्हें जगाने आए हैं, तुम्हारी नींद भगाने आए हैं। नसीहतें मानते रहो, चैन से सोना है…
ऊंची-ऊंची बखरी छवाय मोरे हीरा, छाय हरिअरवै बांस, रामा छाय हरिअरवै बांस। छिओराम छिओ, हो छिओराम छिओ। गोहूं के रोटिया तबै निक लागै, जो घिव मा चुपड़ी होय, रामा घिव…
बांहें अपनी खोल रहा है, जहर फिजां में घोल रहा है। माताजी उसको अब रोको, पप्पू ज्यादा बोल रहा है। अपनी ही धुन में रहता है, आंय-बांय कुछ भी बकता…
है राजनीति का मेरा बस इतना-सा पैमाना, मोदी को गालियों से भरपूर है खजाना। मुझको सभी कहते हैं विकलांग मानसिक हूं, फिर भी बनूंगा पीएम, मम्मी को है दिखाना। वोटों…
नयनों पर छाता मधुमास, अधरों पर खिलता ऋतुरास। अंग-अंग केसर की क्यारी, मुख जैसे जलजात बसन्ती। प्रियतम की हर बात बसन्ती! रूप सुहाना, छटा सलोनी, एक-एक है अदा सलोनी। रोम-रोम…