Kahani: घर वापसी

Kahani: एक बार एक पुत्र अपने पिता से रूठ कर घर छोड़ कर दूर चला गया और फिर इधर उधर यूँ ही भटकता रहा। दिन बीते, महीने बीते और साल…

Pauranik Katha: कुबेर का अहंकार

Pauranik Katha: यह एक पौराणिक कथा है। कुबेर तीनों लोकों में सबसे धनी थे। एक दिन उन्होंने सोचा कि हमारे पास इतनी संपत्ति है, लेकिन कम ही लोगों को इसकी…

Kahani: बाज की सीख

Kahani: एक बार एक शिकारी जंगल में शिकार करने के लिए गया। बहुत प्रयास करने के बाद उसने जाल में एक बाज पकड़ लिया। शिकारी जब बाज को लेकर जाने…

Story: संगत का प्रभाव

Story: एक राजा का तोता मर गया। उन्होंने कहा, मंत्रीवर! हमारा पिंजरा सूना हो गया। इसमें पालने के लिए एक तोता लाओ। तोते सदैव तो मिलते नहीं। राजा पीछे पड़…

Kahani: सबसे कीमती उपहार

Kahani: राजा महेन्द्रनाथ हर वर्ष अपने राज्य में एक प्रतियोगिता का आयोजन करते थे, जिसमें हजारों की संख्या में प्रतियोगी भाग लिया करते थे और विजेता को पुरस्कार से सम्मानित…

Kahani: मन का भूत

Kahani: एक तांत्रिक ने एक बार एक भूत पकड़ लिया और उसे बेचने शहर गया। संयोगवश उसकी मुलाकात एक सेठ से हुई। सेठ ने उससे पूछा- भाई यह क्या है,…

Kahani: मन चंगा तो कठौती में गंगा

Kahani: एक बार की बात है, एक परिवार में पति-पत्नी एवं बहू बेटा यानी चार प्राणी रहते थे। समय आराम से बीत रहा था। चंद वर्षों बाद सास ने गंगा…

Kahani: गाय का जूठा गुड़

Kahani: एक शादी के निमंत्रण पर जाना था, पर मैं जाना नहीं चाहता था। एक व्यस्त होने का बहाना और दूसरा गांव की शादी में शामिल होने से बचना, लेकिकन…

Kahani: परशुराम जी ने क्यों की थी माता रेणुका का वध

Kahani: रेणुका राजा प्रसेनजित अथवा राजा रेणु की कन्या, परशुराम की माता और जमदग्नि ऋषि की पत्नी थी, जिनके पाँच पुत्र थे। रुमण्वान, सुषेण, वसु, विश्वावसु तथा परशुराम। एक बार…

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