Poetry: कहीं अंधेरा ना रह जाए

दीप जलाएं हम खुशियों के, कहीं अंधेरा ना रह जाए। कर्तव्य साधना करें हम सभी, रामराज्य ज़न मन में आये।। संकल्प करें प्रेरणा बनें हम, जागें जीवन की सभी दिशाएं।…

Poetry: आज दशहरा पर्व है

नील कंठ का ध्यान कर शिव को करिए याद। हो सत्यम शिवम सुन्दरम नित घर घर में संवाद।। हित जिससे देवत्व का मिलि कीजे सोई काज। जिमि मानवता रक्षित रहे…

Poem: बाल सुनहरे भारत के

बाल सुनहरे भारत के निर्माता और निदेशक हैं। वे जो भी स्वप्न संजोएंगे भावी के बड़े निवेशक हैं।। उनके हृदयों में हो भारत भारत की घनीभूत पूंजी। ऋषियों का उच्चासन…

Poetry: हल्ला बोल!

बोल जम्बूरे हल्ला बोल, बोल जम्बूरे हल्ला बोल। पगड़ी जिसकी चाहे खोल, बोल जम्बूरे हल्ला बोल। सेज बिछाकर लोकहितों की, लोकतन्त्र का चीर-हरण कर, कातिल, गुंडे, चोर, लुटेरे, गले लगाकर…

Poetry: हर कदम ऊर्जा भरा हो

हर कदम ऊर्जा भरा हो हर कदम में दिशा दृष्टि। संकल्प से सिद्धि पाना होगी सनातन पूर्ण सृष्टि।। विविध विधि के कार्य हों परिणाम हों सबके मनोहर। बहु प्रेरणा जागृत…

Poetry: छोटा काम बड़ा परिणाम

छोटा काम बड़ा परिणाम देगा बदल धारणा आम। करके देखो सहज भाव से सब कोई लेगा तेरा नाम।। दिन में मिले परस्पर कोई तुम उसे ध्यान से सुनना। उसकी बातों…

इंतजार

समय का पहिया बहुत तेज चल रहा है। पुराने आदर्शों का कबाड़ तेजी से गल रहा है। वह दकियानूस है, उसको दिखाई नहीं देता। उसके कान हैं, पर सुनाई नहीं…

Poetry: प्रातः नमन करें हम उनको

प्रातः नमन करें हम उनको जिनसे जीवन की गति चलती। जिनके होने से हम जग में जिनसे कर्म शक्ति है फलती।। नमन नित्य हम प्रातः करते परम प्रभू फिर धरती…

Kavita: राष्ट्र भक्ति का भाव

राष्ट्र भक्ति का भाव लिये हम आगे बढ़ते जायें l संघ मंत्र के बने पुरोधा समरस ज्योति जलायें ll सिंधु हिमालय से लेकर हिन्दु सागर तक एक l सभी उरों…

Poetry: काल चक्र चल रहा निरन्तर

काल चक्र चल रहा निरन्तर हर पल कुछ हमसे कहता है। सूक्ष्म दृष्टि का हो जो पारखी भावी से सदा विज्ञ रहता है।। जो भी आज प्रकट होता है बोये…

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