Story: संघर्ष करने से ही हमें आगे बढ़ने का हौसला, आत्मविश्वास मिलता है। और अंततः हम अपनी मंजिल को हासिल कर लेते हैं। (inspirational story) संघर्ष हमें जीवन का अनुभव कराता हैं, सतत सक्रिय बनाता हैं और हमें जीवन जीना सिखाता हैं। (Dr. APJ Abdul Kalam) संघर्ष का दामन थामकर न केवल हम आगे बढ़ते हैं, बल्कि जीवन जीने के सही अंदाज़ को, आनंद को अनुभव कर पाते हैं। (inspirational story) भले ही व्यक्ति के पास भौतिक सुख न हो फिर भी अगर वह दृढ़ संकल्प के साथ हमेशा खड़ा रहे तो उसकी जीत पक्की है
एक इंग्लिश में कहावत है- If u told hard you will be surely success there are no be hindrence to your way। एक ऐसे ही व्यक्ति की कहानी से आपको रूबरू कराता हूं, जिसने संघर्ष कर जीवन की हर बुलंदी को छुआ। (inspirational story) आज वह हम सब के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं। (Dr. APJ Abdul Kalam) जानते है उनके बारे में, एक लड़का था जो गरीबी में पल बढ़ रहा था। उसके पिता की एक नाव थी, जिसको उसके पिता चलाया करते थे। (inspirational story) उसी से घर का सारा खर्च चलता था, पर वह बच्चा पढ़ना चाह रहा था, किन्तु गरीबी के कारण फीस भरने के पैसे नहीं होते उसके पिता के पास।
आखिर बच्चे ने एक नया कमाई का जरिया खोज निकाला वह सुबह जल्दी उठकर लोगों के घरों में अख़बार डालने का काम करने लगा। और स्कूल का समय होने तक वापस आकर स्कूल जाता। उसके घर में कोई भी पढ़ा लिखा नहीं था, लेकिन इस बच्चे को पढ़ने लिखने का बहुत शौक था। (Dr. APJ Abdul Kalam) गरीबी बहुत थी, पर वह बच्चा बहुत दृढ़ संकल्पित था, उसने किसी भी स्थिति में डटकर हर स्थिति से मुकाबला करने का मन बना लिया था। एक बार स्कूल में टीचर ने पूछा कि चिड़िया कैसे उड़ती है? क्लास का कोई छात्र इसका उत्तर नहीं दे पाया।
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टीचर अगले दिन सभी बच्चों को समुद्र के किनारे ले गए, जहां कई पक्षी उड़ रहे थे। कुछ समुद्र में उतर रहे थे, तो कुछ बैठे थे। वहां उस बच्चे की टीचर ने उन्हें पक्षी के उड़ने के पीछे के कारण को समझाया। साथ ही पक्षियों के शरीर की बनावट को भी विस्तार पूर्वक बताया, जो उड़ने में उनकी मदद करता है। (Dr. APJ Abdul Kalam) टीचर के द्वारा समझाई गई ये बात उस बच्चे के अंदर इस कदर समा गई कि उसने तय कर लिया कि वह उड़ान की दिशा में अपना कॅरियर बनाएंगे।
उस बच्चे के अंदर इतना आत्म विश्वास था कि वह हर समय कुछ नया सीखने की लालसा में रहता। वह इतने पढ़ने में तेज़ थे कि उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आप तो समझ ही गए होंगे इस बच्चे के बारे में। हम बात कर रहे हैं Dr. APJ अब्दुल कलाम साहब की। जो बाद में एक महान वैज्ञानिक बने और मिसाइल मैन के नाम से प्रसिद्ध हुए। डॉक्टर अब्दुल कलाम साहब को पछियों से बहुत प्यार था।
एक बार उनके घर की दीवारों पर सुरक्षा कारणों से लगे लोगों द्वारा दीवार के ऊपर कांच लगाने को कहा गया, लेकिन कलाम साहब ने मना कर दिया और कहां की इस दीवाल पर पक्षी बैठते हैं, उनकी आवाज हम को कैसे सुनने को मिलेगी और दीवार पर कैसे बैठ सकेंगे। वह प्रेरणा का भंडार थे, और खुद ही एक किताब थे। उनसे हमें हमेशा प्रेरणा मिलती है। वह सादगी की मिसाल थे और पूरी जिंदगी सादगी में ही गुज़ार दी।
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कलाम के सम्मान
देश और समाज के लिए किए गए कार्यों के लिए डॉ कलाम को अनेक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लगभग 40 विश्वविद्यालयों ने उन्हें मानद डॉक्टरेट की उपाधि दी और भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया। 27 जुलाई, 2015 की शाम अब्दुल कलाम भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) शिलोंग में लेक्चर दे रहे थे, तब उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वे बेहोश होकर गिर पड़े, जहां उनकी मृत्यु हो गई।
कुछ कर गुजरने के लिए साधन नहीं मन चाहिए,
साधन सभी जुट जाएंगे संकल्प का धन चाहिए।