लखनऊ: लखनऊ से गाजीपुर तक बने करीब 341 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे। इस एक्सप्रेस वे के शुरू हो जाने से लखनऊ से दिल्ली का सफर काफी आसान हो जाएगा, वहीं यूपी के नौ जिलों के विकास को गति भी मिलेगी। बीजेपी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को प्रचारित कर इसी के जरिए यूपी में सियासी पिच तैयार करने की कोशिश कर रही है, तो वहीं विपक्षी पार्टियों में भी इसका श्रेय लेने की होड़ लग गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की परिकल्पना उनकी सरकार में हुई थी। सपा सरकार में आगरा एक्सप्रेस वे के काम को मात्र 22 महीने में पूरा कर लिया गया था।
फिलहाल विपक्षी पार्टियां चाहे जो बयानबाजी कर लें, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का क्रेडिट बीजेपी की ही झोली में जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सुल्तानपुर जनपद से एक कार्यक्रम के दौरान पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि यह एक्सप्रेस वे प्रदेश के 9 शहरों से होकर गुजर रहा है। इन जिलों में लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरता है। यही वह जिले हैं, जहां सपा, बसपा और कांग्रेस का मजबूत जनाधार है।
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22,497 करोड़ रुपए की लागत से बने छह लेन के एक्सप्रेस वे के जरिए बीजेपी दोबारा सता का रास्ता आसान करने में लगी हुई है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को जिस तरह प्रसारित किया जा रहा है, उससे यही लग रहा है कि बीजेपी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के माध्यम से बड़ा लक्ष्य साधने की कोशिश कर रही है। उद्घाटन कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों ने अपना पूरा जोर लगा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को लेकर कहा कि आजादी के बाद से उपेक्षित रहा पूर्वांचल अब विकास के मार्ग तेजी से आगे बढ़ रहा है।
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