नई दिल्ली। आज जब पूरा देश कोरोना के कहर से जूझ रहा है, तब हमें अपने पुराने दिनों की याद आ रही है। गांव हरे—भरे पेड़—पौधे जो हमें गर्मी में अपनी छांव देते थे। पेड़ों का जिक्र हो और पीपल—बरगद का नाम न आए ऐसा संभव नहीं है। हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ को देव तुल्य माना गया है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार पीपल के वूक्ष पर सभी देवताओं का वास होता है। हमारे यहां पीपल के वक्ष को कल्पवृक्ष भी कहा जाता है। पीपल न हमें हमेशा ऑक्सीजन देता है, बल्कि इसके पत्तों के चमत्कारिक लाभ भी हैं। यह स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है।

पत्तों में पाएं जाने वाले तत्व

आयुर्वेद से जुड़े वैध का मानना है कि रोजाना पीपल के दो पत्तों का सेवन करने से ऑक्सीजन का लेवल बढ़ सकता है। ऑक्सीजन लेवल को सही रखने के लिए आपको रोजाना पीपल के दो पत्ते को चबाकर सेवन करना होगा। पीपल के पत्तों में मॉइस्चर कंटेंट, कार्बोहायड्रेट, प्रोटीन, फैट, आयरन, फाइबर, कैल्शियम, कॉपर और मैग्नीशियम के तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं।

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फेफड़ों को पहुचाता है लाभ

पीपल के पत्तों का सेवन करने से फेफड़ों के रास्ते में सूजन और कसाव उत्पन्न होना, गले में घरघराहट, सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकड़न के साथ खांसी आने पर लाभ मिलता है। इतना ही नहीं पीपल के पत्ते के अर्क में ऐसे विशेष गुण पाए जाते हैं, जिसका असर ब्रोंकोस्पास्म पर पड़ता है। वैद्य के अनुसार सांस के रोगियों को रोजाना पीपल के दो हरे पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके इस्तेमाल से काफी आराम मिलता है।

इम्यूनिटी बढ़ाने में है कारगर

रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने में पीपल का पत्ता काफी मदद करता है। ऐसे में लोगों को इस समय पीपल के पत्ते का जरूर सेवन करना चाहिए जिससे उनका इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे। इम्यूनिटी मजबूत बनी रहने से कोरोना के संक्रमण का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा। इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए आप पीपल के पत्ते में गिलोय मिश्रण कर सकते हैं। इसका बना काढ़ा आपके इम्यूनिटी सिस्टम को काफी मजबूत बना देगा।

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