इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इमरान खान के पिछले तीन साल के कार्यकाल के दौरान हर साल गधों की तादाद में एक लाख का इजाफा हुआ है। पाकिस्तान में गधों की संख्या चालू वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 100,000 बढ़कर 56 लाख हो गई है। पिछले साल यह संख्या करीब 55 लाख थी। पाकिस्तान आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 में ये जानकारी दी गई है। सर्वेक्षण के अनुसार भैंस, घोड़े, गधे, बकरी, भेड़ और ऊंट सहित खेत जानवरों की संख्या भी बढ़कर 50.7 लाख हो गई है। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि 2019-20 के दौरान देश में साल 2019-20 की तुलना में 2020-21 के दौरान पशुओं की संख्या में लगभग 10.9 लाख की वृद्धि हुई। इसी के साथ पाकिस्तान ने गधों की आबादी में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश होने का गौरव बरकरार रखा है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री शौकत तारिन ने पाकिस्तान आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 जारी किया जिसके मुताबिक पिछले एक साल के दौरान पाकिस्तान में घोड़ों और खच्चरों की संख्या में वृद्धि स्थिर रही। पाकिस्तान गधों को चीन निर्यात करता है जिनकी खाल का इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है।

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80 हजार हर साल भेजते हैं चीन

बता दें कि एक समझौते के अनुसार, पाकिस्तान चीन को हर साल 80 हजार गधों को भेजता है। जिनका उपयोग मांस और कई अन्य काम के लिए किया जाता है। इसकी खाल का उपयोग चीन में कई तरह से किया जाता है। खाल से निकली जिलेटिन से कई प्रकार की दवाएं भी बनाई जाती हैं। बता दें कि कई चीनी कंपनियों ने पाकिस्तान में गधों के व्यापार के लिए लाखों डॉलर का निवेश किया है। पाकिस्तान विश्व का तीसरा सबसे ज्यादा गधों की आबादी वाला देश है। पाकिस्तान में गधों के नस्लों के हिसाब से उनके दाम तय होते हैं। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक पाकिस्तान में 2019-20 के मुकाबले 2020-21 में पशुओं की संख्या 19 लाख बढ़ी है। वहीं, गधों की संख्या 55 लाख से बढ़कर 56 लाख हो गई है। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि पाकिस्तान में कुल जानवरों की संख्या 2 करोड़ 13 लाख 10 हजार हो गई है जबकि 2019-20 के दौरान पाकिस्तान का यह आंकड़ा 2 करोड़ सात लाख था।

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