नासिक । देश में कोरोना वायरस महामारी की वजह से उपजे ऑक्सीजन संकट के बीच बुरी तरह प्रभावित राज्य महाराष्ट्र से एक बेहद दर्दनाक खबर मिली है। महाराष्ट्र के नासिक में डॉ. जाकिर हुसैन अस्पताल के बाहर ऑक्सीजन टैंकर लीक होने से 22 लोगों ने दम तोड़ दिया। लीकेज के कारण अस्पताल में 30 मिनट तक ऑक्सीजन सप्लाई बाधित रही। इसके कारण वेंटिलेटर पर रखे गए 22 मरीजों की मौत हो गई। खबरों के मुताबिक, अभी कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया तो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हादसे पर जांच के आदेश दे दिया है।

कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा

लीकेज को ठीक करने के लिए लाई गई मशीन को उतारते हुए निगम के कर्मचारी।

नासिक के जिलाधिकारी सूरज मांढरे के मुताबिक आज सुबह अस्पताल में लगे ऑक्सीजन टैंक का कॉक खराब हो गया था, जिसकी वजह से गैस का लीकेज शुरू हुआ। इस वजह से ऑक्सीजन की सप्लाई का प्रेशर कम हो गया और ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे गए 22 मरीजों की मौत हो गयी है। हालांकि इस लीकेज को आधे घंटे के भीतर दुरुस्त कर दिया गया । मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नासिक हादसे में मरने वाले 22 लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया। साथ ही उच्चस्तरीय जाँच के आदेश दिए। इस घटना के बाद नासिक के अस्पताल में फिर से ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हो चुकी है। मरीजों को बेड पर ऑक्सीजन देने का काम किया जा रहा है। हालांकि इस दुर्घटना की वजह से कई मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस दुर्घटना के पीछे कोई मानवीय भूल है या किस वजह से इतनी बड़ी दुर्घटना घटी? इन तमाम बातों पर फिलहाल प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। प्रशासन का कहना है कि पहले लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है।

मंत्री छगन भुजबल ने किया दौरा

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि नासिक शहर के संरक्षक मंत्री छगन भुजबल ने अस्पताल का दौरा किया है और जल्द ही वह और एफडीए के मंत्री भी नासिक शहर का दौरा करने के लिए निकलने वाले हैं।

ऑक्सीजन टैंक के लिए नहीं थी टेक्निकल टीम

जानकारी के मुताबिक अस्पताल में जिस कंपनी ने ऑक्सीजन टैंक स्थापित किया था। उनकी तरफ से टैंक की देखरेख के लिए टेक्निकल टीम के व्यक्ति का होना जरूरी होता है। ऑक्सीजन प्लांट की देखरेख करना डॉक्टरों का काम नहीं होता है। ऐसे में टेक्निकल टीम को ऑक्सीजन टैंक के लिए क्यों नहीं रखा गया है? यह सवाल भी अब पूछा जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री ने दुख जताया

Lockdown 5.0: Amit Shah meets PM Modi after talk with chief ministers on  future course - India News

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नासिक हादसे पर ट्वीट करते हुए कहा कि नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक रिसाव की वजह से हादसा दिल दहला देने वाला है। उससे होने वाले जानमाल के नुकसान से दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। व​ही हादसे पर गृह मंत्री अमित शाह ने संवेदना जाहिर की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने से हुई दुर्घटना का समाचार सुन दुखी हूं। इस हादसे में जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनकी इस अपूरणीय क्षति पर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। बाकी सभी मरीजों की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।’

जांच के आदेश

इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जांच के आदेश दे दिए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ऑफिस की ओर से कहा गया कि हादसे में मृत लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये दिए जाएंगे।

महाराष्ट्र में एक्टिव मरीजों की संख्या 6.83 से ज्यादा

बता दें कि महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोना वायरस के 62097 नए मामले सामने आए थे, जबकि 519 लोगों की मौत हुई. इसके बाद राज्य में संक्रमितों का कुल आंकड़ा बढ़कर 39 लाख 60 हजार 359 पहुंच गया है और मृतकों का आंकड़ा 61 हजार 343 तक पहुंच गया. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से 54 हजर 224 लोगों को संक्रमण मुक्त होने के बाद छुट्टी दे दी गई, जिसके बाद ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 32 लाख 13 हजार 464 हो गई है. महाराष्ट्र में एक्टिव रोगियों की कुल संख्या 6 लाख 83 हजार 856 हो गई है.

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