नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को मंजूरी मिल गई है। इस बात की जानकारी केंद्रीय जांच ब्यूरो के एक अधिकारी ने दी है। खास बात है कि लंबे समय से ब्रिटेन की अदालत में चल रहे मुकदमे के बाद भारत को सफलता मिली थी। बीते महीने अदालत ने आर्थिक अपराधी मोदी को प्रत्यर्पित किए जाने की मांग को स्वीकार किया था। ब्रिटेन की अदालत में ये कानूनी लड़ाई करीब 2 साल तक चली थी। भारत लाने के बाद मोदी को मुंबई की आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा। सीबीआई के अधिकारी ने जानकारी दी है कि नीरव मोदी को भारत लाने की मंजूरी मिल गई है। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन के गृहमंत्री ने इस बात को मंजूरी दे दी है। मोदी को जल्द ही भारत लाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। खास बात है कि मोदी के बाद सीबीआई ने उसके भाई निहाल मोदी पर भी शिकंजा कसा था।

कोर्ट में दिया था मानसिक स्वास्थ्य का हवाला

नीरव ने बचने के लिए कोर्ट में मानसिक स्वास्थ्य का हवाला दिया था लेकिन कोर्ट ने कहा कि ऐसी परिस्थिति में यह असामान्य बात नहीं है। जज ने बताया कि नीरव मोदी को मुंबई के आर्थर रोड जेल में पर्याप्त चिकित्सा दी जाएगी और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल भी की जाएगी। जज ने कहा कि नीरव मोदी को भारत भेजने पर आत्महत्या का कोई खतरा नहीं है क्योंकि उसके पास आर्थर रोड जेल में पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। फोर्ब्स के मुताबिक 2017 में नीरव मोदी की कुल दौलत 180 करोड़ डॉलर (करीब 11, 700 करोड़ रुपए) थी। नीरव मोदी की कंपनी का मुख्यालय मुंबई में है। मार्च 2018 में नीरव मोदी ने न्यूयॉर्क में बैंकरप्सी प्रोटेक्शन के तहत याचिका दायर की थी।

लंदन की वांड्सवर्थ जेल में बंद नीरव

घोटाले के बाद भारत से भागने वाला नीरव मोदी इस समय लंदन की वांड्सवर्थ जेल में बंद है। प्रत्यर्पण से बचने के लिए नीरव मोदी ने कोर्ट में कहा था कि वह मानसिक रूप से बीमार है। साथ ही उसने भारत की जेल में सुविधाएं न होने का दावा किया। हालांकि, कोर्ट ने नीरव मोदी की इन दलीलों को खारिज कर दिया था। फरवरी में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने भारत सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया था। हालांकि, प्रत्यर्पण आदेश पर होम मिनिस्टर प्रीति पटेल के हस्ताक्षर का यह मतलब नहीं है कि नीरव मोदी को भारत लाने में अब कोई अड़चन नहीं। उसके पास अभी कई कानूनी रास्ते बचे हैं, जिनमें सुप्रीम कोर्ट में अपील और शरण मांगने जैसे विकल्प हैं। एक्सपर्ट इसके लिए शराब कारोबारी विजय माल्य के केस का भी उदाहरण देते हैं, जोकि एक गोपनीय मुद्दे की वजह से यूके में बेल पर हैं। माना जा रहा है कि उसने ब्रिटेन में राजनीतिक शरण की मांग की है।

आर्थर रोड जेल में रहेगा हीरा कारोबारी

भारत लाए जाने के बाद नीरव मोदी किस जेल में रहेगा और कितने नंबर बैरक में रहेगा, उसके आने से पहले ही यह फाइनल हो चुका है। नीरव मोदी को सलाखों के पीछे बंद करने के लिए मुंबई की आर्थर रोड जेल ने एक विशेष सेल तैयार रखा है। उसे बैरक नंबर 12 में मौजूद तीन सेलों में से एक में रखा जाएगा। बता दें कि ऑर्थरल जेल का यह 12 नंबर बैरक काफी हाई सिक्योरिटी वाला बैरक है।

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