प्रतापगढ़: राष्ट्रीय बालिका दिवस को आज उच्च प्राथमिक विद्यालय मल्हूपुर ब्लाक मानधाता में गूगल मीट पर आनलाइन माध्यम से उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नीरज कुमार त्रिपाठी ने बालिकाओं का उत्साहवर्धन करते हुये कहा कि राष्ट्र महान तभी है जब देश की बालिकायें स्वस्थ,साक्षर व समर्थ हों। उन्होने पर्दा प्रथा और लिंग भेद पर कुठाराघात करते हुये कहा कि यह हमारे देश की प्रथा रही ही नहीं है।प्राचीन काल से ही हमारे देश में महिलाओं को पूर्ण स्वतंत्रता, शिक्षा और सम्मान दिया गया है। गार्गी,अपाला,घोषा आदि विदुषियों का नाम गिनाते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में महिलाएं आदि काल से गृहस्थी के साथ ही यज्ञ कर्म,युद्ध आदि कलाओं में भी निपुण रही हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में बालिकाओं की शिक्षा, आत्मनिर्भरता एवं आत्मरक्षा के कौशल विकसित करने पर और अधिक बल दिया जाना चाहिये। प्राथमिक विद्यालय जहनईपुर की प्रधानाध्यापिका प्राची पाण्डेय ने कहा कि लिंग भेद, यौन-शोषण एवं महिला सुरक्षा के कानूनों का और प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित किया जाना चाहिये, जिससे समाज एवं राष्ट्र निर्माण में महिलायें और बेहतर कर सके। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने की थीम ‘उज्जवल भविष्य के लिये बालिकाओं का सशक्तिकरण है।’

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एआरपी धर्मेन्द्र ओझा ने कहा कि महिलाओं को जागरूकता एवं सशक्तिकरण के लिये इस तरह के कार्यक्रम निरन्तर होते रहने चाहिये। कार्यक्रम का संचालन राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक श्याम प्रकाश मौर्य ने किया।उन्होने कहा कि महिलायें किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से कमतर नही है। उच्च प्राथमिक विद्यालय मल्हूपुर की बालिकायें तनु मिश्रा, शिवानी, हिमांशी, शगुन चौरसिया, श्रेया सिंह, गरिमा, श्वेता, कीर्ति, साक्षी आदि ने अपने गीत एवं उद्बोधन से लोगों की शाबाशियां बटोरी।

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