Acharya Vishnu Hari Saraswati
आचार्य विष्णु हरि सरस्वती

मैंने जैसे ही नरेन्द्र मोदी के भविष्य पर आधारित चुनाव सर्वे रिपोर्ट 2024 की आंशिक जानकारी सार्वजनिक की वैसे ही मुझसे संपर्क करने वालों की बाढ़ आ गयी और सभी की जिज्ञाषा पूरी रिपोर्ट पढ़ने की बढ़ती चली गयी। कइयों ने रिपोर्ट मुफ्त में मांगी तो कइयों ने पैसे का भी ऑफर दिया। मैंने सबसे कह दिया कि सर्वे रिपोर्ट बनाने में मुझे चार महीने का समय लगा है और मेरा लाखों रुपये खर्च भी हुए हैं। मेरी चुनाव सर्वे रिपोर्ट कोई दस-बीस पेज का नहीं है, बल्कि पूरे 180 पेज का है। रिपोर्ट में सभी प्रदेशों की राजनीतिक स्थिति और चुनावी समीकरण का डाटा है, साथ ही साथ तथ्य परख व संभावनाशील विश्लेषण भी है।

रिपोर्ट की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें उल्लेखित है कि नरेन्द्र मोदी की कमजोर कड़ी क्या है? क्यों नरेन्द्र मोदी 2024 का लोकसभा चुनाव हार रहे है। किस प्रदेश में किस पार्टी का बोलबाला रहेगा, यह भी निहीत है। भाजपा का कौन बड़ा नेता व किस प्रकार से हारेगा। इस संबंध में समीक्षा और तथ्य बहुत ही चाकचौबंद है। नरेन्द्र मोदी को हराने के लिए मुस्लिम, ईसाई और कांग्रेस-कम्युनिस्ट आदि कैसे बेचैन हैं, यह कौन नहीं जानता है?

भ्रष्ट नौकरशाही, भ्रष्ट राजनीतिज्ञ, भ्रष्ट उद्योगपति आदि नरेन्द्र मोदी से छुटकारा पाना चाहते हैं। भाजपा का एक बहुत बड़ा समूह जिसे सत्ता की भागीदारी नहीं मिली, वे भी नरेन्द्र मोदी से छूटकारा चाहते हैं, भाजपा में जिन्हें प्रधानमंत्री बनने का अवसर नहीं मिला वे लोग भी नरेन्द्र मोदी से छूटकारा पाना चाहते हैं। अमेरिका और यूरोप भी मोदी से छूटकारा पाना चाहते हैं। चीन और पाकिस्तान भी मोदी से छूटकारा पाना चाहते हैं? पत्रकार और पैरोकार तबका मोदी से छूटकारा पाना चाहता है। इस तरह की मानसिकता के लोगों के लिए नरेन्द्र मोदी की हार की आशंका से कितनी खुशी होगी, इसकी कल्पना आप कर सकते हैं। मेरी रिपोर्ट जैसे ही सार्वजनिक हुई वैसे ही देश में खुशी की लहर दौड़ गयी और मेरी चुनाव समीक्षा व सर्वे रिपोर्ट पर बहुत बडी चर्चा भी हुई तथा राजनीतिक हलकों में उफान भी पैदा की है।

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मेरी मोदी चुनाव सर्वे रिपोर्ट लेने के लिए कांग्रेस, मुस्लिम, ईसाई संगठन और अन्य हस्तियों ने संपर्क किया। एक नरेन्द्र मोदी विरोधी और तथाकथित सरकार बनाने का दावा कर पार्टियों से करोड़ों रुपये लेने वाले की कंपनी ने भी मुझसे संपर्क किया है। इसके अलावा चुनाव सर्वे रिपोर्ट जारी करने वाली कंपनियों ने भी मुझसे संपर्क स्थापित किया है। इन सबकी मंशा यह है कि किसी न किसी प्रकार चुनाव सर्वे रिपोर्ट की महत्वपूर्ण बातों को हासिल किया जाये। एक ने मुझे दो लाख रुपये और दूसरे ने पांच लाख रुपये में मेरी चुनाव सर्वे रिपोर्ट खरीदने की मंशा जाहिर की है। साथ ही साथ शर्त भी रखी है कि चुनाव सर्वे रिपोर्ट के तथ्य किसी और को उपलब्ध नहीं कराया जाना चाहिए। मेरी सर्वे रिपोर्ट खरीदने की इच्छुक चुनाव सर्वे कंपनियां लाखों कमा सकती हैं। मुझे पैसे की शख्त जरूरत है।

फिर भी मैं देश द्रोही तबके को मोदी चुनाव सर्वे रिपोर्ट 2024 को बेचने के लिए इच्छुक नहीं हूं। अभी भी मैं चाहता हूं कि मोदी विजयी भव का करिश्मा फिर से करें। लेकिन भाजपा और इनके संगठन खुद मोदी को हराने के लिए लगे हुए हैं तो फिर मैं क्या कर सकता हूं। मेरा काम सावधान करना है। आप इस संबंध में अपना बहुमूल्य सुझाव मुझे दे सकते हैं।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)

(यह लेखक के निजी विचार हैं)

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