MLC By-Election Results: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की रणनीति से भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने विधान परिषद उपचुनाव में जीत हासिल कर ली। भाजपा उम्मीदवार पद्मसेन चौधरी (Padmasen Chowdhary) और मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) ने भगवा फहराया। योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के कुशल रणनीति से अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की कुटिल चाल धरी की धरी रह गई। दोनों सीटों पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को हार का सामना करना पड़ा। उपचुनाव (MLC By-Election Results) में सात विधायकों ने मतदान नहीं किया। इनमें सपा के तीन, कांग्रेस के दो, सुभासपा और बसपा के एक-एक विधायकों ने मतदान नहीं किया। बता दें कि 13 मई को नगर निकाय मतगणना में भी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की स्थिति बहुत दयनीय थी। सपा को महापौर की सभी 17 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था।

मानवेन्द्र को 280 और पद्मसेन को मिले 279 मत

विधान परिषद उपचुनाव (MLC By-Election Results) में कुल 396 वोट पड़े। एक वोट अवैध घोषित किया गया। इसमें से भाजपा के मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) को 280 और पद्मसेन चौधरी (Padmasen Chowdhary) को 279 वोट मिले। वहीं समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के रामकरण निर्मल को महज 116 और रामजतन राजभर को 115 वोट ही मिले।

396 विधायकों ने किया मतदान

उत्तर प्रदेश के 403 में से 396 विधायकों ने वोट दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह लगभग 9 बजे ही विधान भवन प्रांगण में पहुंचकर मतदान किया। वहीं सपा विधायक रमाकांत यादव, इरफ़ान सोलंकी, मनोज पारस, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक अब्बास अंसारी, कांग्रेस के विधायक अनुराधा मिश्रा ‘मोना’, फरेंदा के विधायक वीरेंद्र चौधरी, बसपा के एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।

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काम आयी सीएम योगी की रणनीति

निकाय चुनाव में क्लीन स्वीप के बाद विधान परिषद उपचुनाव में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रणनीति काम आई। मुख्यमंत्री ने दोनों सीटों पर कमल खिलाने और अखिलेश यादव की कुटिल चाल को शिकस्त देने के लिए अपने और सहयोगी दलों के विधायकों को सहेज दिया था। 28 मई को नई दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन व बैठक के उपरांत मुख्यमंत्री सीधे लखनऊ पहुंचे और विधायकों से संवाद कर जीत का खाका तैयार किया। योगी आदित्यनाथ के प्रबंधन के कारण ही भाजपा के खाते में दोनों सीटें आईं और सपा के उम्मीदवार रामकरण निर्मल और रामजतन राजभर को हार का सामना करना पड़ा। लक्ष्मण आचार्य के सिक्किम के राज्यपाल बनने और बनवारी लाल दोहरे के निधन से रिक्त हुई विधान परिषद की दोनों सीट पर उपचुनाव हुआ। लक्ष्मण आचार्य का कार्यकाल 2027 व बनवारी लाल का कार्यकाल 2028 तक था। दोनों सीटें फिर से भाजपा की झोली में आई। नवनिर्वाचित सदस्य भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।

मुख्यमंत्री ने विजयी प्रत्याशियों को दी बधाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य पद पर हुए उपचुनाव में डबल इंजन सरकार के प्रत्याशी पद्मसेन चौधरी व मानवेन्द्र सिंह को जीत की हार्दिक बधाई दी औऱ उज्ज्वल कार्यकाल की मंगलकामना की। सीएम ने विश्वास जताया कि आदरणीय प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप विजयी दोनों सम्मानित सदस्यों का लोकनिष्ठ आचरण, कर्मठता एवं अनुभव ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ के संकल्प की सिद्धि में सहायक होगा।

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