Lakhimpur kheeree Violence: लखीमपुर खीरी हिंसा के मुख्य आरोपी केंद्री राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र अब पूरी तरह से फंसते नजर आ रहे हैं। फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट के मुताबिक हिंसा के दौरान आशीष मिश्र की राइफल से गोली चली थी। फॉरेंसिंक रिपोर्ट में तीन हथियारों से फायरिंग के मामले सामने आए हैं। इसी मामले में आशीष मिश्र की राइफल भी जांच के लिए भेजी गई थी। जांच में हिंसा के वक्त आशीष मिश्र की राइफल से गोली चलने की पुष्टि हुए है। हिंसा मामले के दूसरे आरोपी अंकित दास के पिस्टल की भी जांच की गई है। अंकित के गनर लतीफ की रिपीटर गन की जांच की गई है।

बताया जा रहा है कि घटना के वक्त भागते समय फायरिंग की गई थी। राहत की बात यह है कि मामले में किसी की गोली लगने से मौत नहीं हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गोली से मौत की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि पुलिस को गाड़ियों पर गोली के निशान जरूर मिले थे। इसी आधार पर आरोपियों के राइफल को जब्त किया गया था।

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गौरतलब है कि इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो चुके हैं। कुछ में किसानों को उपद्रवियों के रूप में देखा जा रहा है तो कुछ में गाड़ी से प्रदर्शनकारियों को कुचलता हुआ देखा गया। मामले में असली सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद सामने आएगी। फिलहाल केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी इस साजिश करार देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं और साथ में यह भी दावा कर रहे हैं कि गाड़ी में उस समय उनका लड़का नहीं था।

अगर उनका लड़का गाड़ी में होता तो उपद्रवी अन्य लोगों की तरह उन्हें भी मार दिए होते। बता दें कि इस घटना में एक पत्रकार, चार प्रदर्शनकारी और चार भाजपा के लोगों की मौत हुई थी। इस घटना के बाद पूरे मामले ने सियासी रूप ले लिया था। राजनीतिक पार्टियों में लखीमपुर खीरी पहुंचने की होड़ लग गई थी।

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