लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की जयंती पर बसपा प्रमुख मायावती ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव किसी के साथ मिलकर लड़ने की जगह अकेले लड़ेगी। इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को किसानों के दर्द को समझते हुए कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए।

गठबंधन करने से दूसरे दल को होता है फायदा

बसपा प्रमुख ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी यूपी विधानसभा चुनाव अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा किसी दल के साथ गठबंधन करने पर दूसरी पार्टी को फायदा होता है और हमें नुकसान उठाना पड़ जाता है। उन्होंने कहा कि देश के पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं, सब जगह हमारी पार्टी केरल, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी और तमिलनाडु में भी अकेले अपने बलबूते पर चुनाव लड़ रही है। इन चार राज्यों में हमारी पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी।

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कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के जारी प्रदर्शन पर मायावती ने कहा कि जब देश के किसान नए कृषि कानूनों से सहमत नहीं हैं तो केंद्र सरकार को इन कानूनों को वापस लेना चाहिए। सथ ही उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान जिन किसानों की मृत्यु हुई है उनके परिजनों को केंद्र और राज्य सरकारों को उचित आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि दलितों, शोषितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, मुस्लिमों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों का सम्मान केवल बसपा ने किया है।

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