कानपुर। अपराध को अंजाम अपराधी देते हैं तो अपराधी को संरक्षण पुलिस देती है। ऐसे ढेरों मामले हमारे सामने हैं जिसमें अपराध के पीछे अपराधी से ज्यादा पुलिस की भूमिका होती है। इसी तरह का एक मामला कानपुर के एक गांव से सामने आया है। जहां गैंगरेप पीड़िता को आरोपी दरोगा के बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराना भारी पड़ गया है। पुलिस मुकदमा दर्ज करने की जगह पहले जहां पंचायत करती रही है, वहीं मुकदमा दर्ज करने के 24 घंटे के अंदर पुलिस और पीड़िता के सामने उसके पिता को ट्रक कुचल देता है, जिससे उसकी मौत हो जाती है। इस घटना के बाद खुद को घिरता देख पुलिस ने मुख्य आरोपी दरोगा के बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि इस घटना क्रम के पीछे सजेती थाने की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।

पीड़िता को दिनभर थाने में बैठाए रही पुलिस

जानकारी के मुताबिक सजेती क्षेत्र की रहने वाली किशोरी से सोमवार को बांदा में तैनात देवेंद्र यादव के बेटे दीपू यादव ने अपने साथी गोलू यादव के मिलकर गैंगरेप किया था। अगले दिन पीड़ित परिवार गैंगरेप की शिकायत दर्ज कराने सजेती थाने के लिए निकला था, तभी रास्ते में दरोगा के बड़े बेटे ने परिवार को रास्ते में घेर लिया और शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। लेकिन पीड़ित परिवार जैसे तैसे सजेती थाने आ गया। पुलिस पीड़िता को दिनभर थाने में बैठाए रखी और शाम को दुष्कर्म का मामला दर्ज किया।

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रात 12 बजे मेडिकल कराने ले गई पुलिस

गैंगरेप का मामला होने के कारण पुलिस रात 12 बजे किशोरी का मेडिकल कराने के लिए कांशीराम संयुक्त जिला चिकित्सालय लेकर निकली। इस दौरान पुलिस के साथ किशोरी का पिता भी था। यहां रात दो बजे किशोरी का मेडिकल हो पाया। इसके बाद पुलिस कांशीराम अस्पताल से किशोरी और उसके पिता को लेकर सजेती थाने आ गई।

कोतवाली की जगह घाटमपुर सीएचसी क्यों ले गए

गांव वालों की मानें तो बुधवार तड़के सीओ और इंस्पेक्टर घाटमपुर सजेती थाने पहुंचे और पीड़िता और उसके पिता को अपनी गाड़ी में बैठा कर घाटमपुर के लिए निकल गए। लेकिन दोनों को कोतवाली जाने के बजाय उसे घाटमपुर सीएचसी लेकर पहुंच गए। सीएचसी ले जाने का जवाब किसी के पास नहीं है। इतना ही नहीं मुगल रोड स्थित समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाटमपुर के सामने पुलिस की जीप से उतरते ही एक ट्रक किशोरी के पिता को रौंदते हुए निकल गया।इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।

पुलिस के सामने पीड़िता के पिता को ट्रक ने रौंदा

गैंगरेप की शिकार लड़की के पिता को उसके और पुलिस की नजरों के सामने ट्रक ने रौंद दिया। हादसे के बाद उसके पिता को घाटमपुर सीएचसी पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस आनन फानन में लड़की और उसके पिता का शव लेकर जिला मुख्यालय आ आई। इस घटना की जानकारी होने पर पीड़िता के गांव के लोगों ने आनूपुर मोड़ पर कानपुर-सागर हाईवे को जामकर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने गैंगरेप के मुख्य आरोपी दारोगा के बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। चर्चा है कि पुलिस ने पीड़िता के पिता को ट्रक के सामने धक्का दे दिया था।

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