सेहत (Health) को लेकर वैसे तो हर कोई सतर्क रहता है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हम छोटी-छोटी समस्याओं को नजरंदाज करते रहते हैं, जो बाद में चलकर बड़ी समस्या बन जाती है। इन्हीं समस्याओं में से एक हाथ-पैरों में झनझनाहट (tingling in hand and feet) महसूस होना भी एक है। इसके चलते पैर सुन्न हो जाता है या कुछ समय तक करंट लगने जैसा महसूस होता रहता है। हालांकि यह कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन मेडिकल में इसे पैरेस्थेसिया (Paresthesia) बीमारी कहते हैं। शरीर पर इसका प्रभाव कुछ अंग जैसे- पैर, उंगलियां, हाथ और तलवे में होता है। ऐसे में लोगों में यह सवाल उठना लाजिमी है कि ऐसा क्यों होता है।

झनझनाहट की वजह

– ऐसा कई लंबे समय तक एक ही अवस्था में बैठने से हो सकता है।
– कमर या गर्दन की नसों में कोई चोट लगने की वजह से भी हो सकता है।
– गठिया रोग में भी ऐसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
– शरीर में पोटेशियम और कैल्शियम की कमी होने पर भी ऐसा होता है।
– शरीर में पर्याप्त विटामिन न होने पर भी हो सकता है।
– कभी-कभी कुछ दवाइयों के सेवन से भी ऐसा होने लगता है।
– शरीर में नसों पर ज्यादा दबाव पड़ने से भी ऐसा हो सकता है।
– किसी जहरीले जानवर के काटने से भी ऐसी समस्याएं होने लगती हैं।
– अधिक धूम्रपान करने और शराब पीने से भी ऐसा होता है।
– कीमोथेरेपी के दौरान भी ऐसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
नोट- कभी-कभी हाथ-पैरों में झनझनाहट की समस्या माइग्रेन, डायबिटीज, मिर्गी, थायराइड या स्ट्रोक की वजह से भी ऐसी दिक्कतें होने लगती हैं।

हाथ-पैर में झनझनाहट का इलाज

हाथ-पैर में झनझनाहट की शिकायत होने पर सबसे पहले यह पता करना जरूरी हो जाता है कि ऐसा किस लिए हो रहा है। अगर विटमिन की वजह से हो रहा है तो डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट लेना चाहिए। लेकिन अगर किसी तरह के संक्रमण की वजह से हो रहा है तो डॉक्टर को दिखाकर सलाह लेनी चाहिए। साथ ही अगर किसी दवा के सेवन से हो रहा हो तो भी डॉक्टर को पूरी जानकारी देनी चाहिए। इसके अलावा अपना दिनचर्या भी सुधारना चाहिए। नियमित रूप से एक्सरसाइज व योग करने से भी यह समस्या खत्म हो जाती है।

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