Dussehra: दशहरा जिसे भारत में विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है जो भारतीय उपमहाद्वीप में मनाया जाता है। इस त्योहार का महत्व और महत्वपूर्ण पर्व है, और यह भारतीय सभ्यता और परंपराओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इस पर्व का मुख्य उद्देश्य रावण जैसे पाप के प्रतीक को मारना है, जो बुराई और अधर्म का प्रतीक है। दशहरा का आयोजन दस दिनों के नवरात्रि उत्सव के आखिरी दिन पूरा होता है, और इसे शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है।
इसे भी पढ़ें: मातृ शक्ति के सशक्तिकरण पर सदैव रहा है सनातन का जोर
इस पर्व के मुख्य आयोजनों में रामलीला, रावण दहन, और मां दुर्गा के पूजन शामिल होते हैं। रामलीला में भगवान राम की कथा का प्रस्तुतीकरण किया जाता है, जबकि रावण दहन में रावण का पुतला आग में डाला जाता है, जिससे अधर्म की पराजय का प्रतीक माना जाता है। दशहरा का यह पर्व विभिन्न रूपों में भारत के विभिन्न हिस्सों में मनाया जाता है, लेकिन इसका मूल भावना एक होती है- अधर्म का नाश और धर्म की विजय। यह एक सामाजिक और सांस्कृत पर्व है।
इसे भी पढ़ें: सबसे कीमती उपहार