टी. सतीशन

Film TP 51: प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मोइदु थजाथु द्वारा निर्देशित ‘टीपी 51’ भी चर्चा में आ गई है। इस फिल्म में उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर माकपा के दोहरे मापदंड का मजाक उड़ाया है। यह फिल्म कोझिकोड जिले के एक वरिष्ठ माकपा कॉमरेड टीपी चंद्रशेखरन के जीवन पर आधारित है, जिनकी 4 मई, 2012 को माकपा के गुंडों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। वहीं माकपा के लोगों ने फिल्म की स्क्रीनिंग में बाधा डाली और निर्देशक को जान से मारने की धमकी भी दी।

इसके बावजूद, फिल्म प्रदर्शक संघ ने राज्य के 69 सिनेमाघरों में फिल्म की स्क्रीनिंग का आश्वासन दिया था। लेकिन सिनेमाघरों के मालिकों को बम से उड़ाने की धमकी मिली तो वे पीछे हट गए। मोइदु फिल्म की शूटिंग से जुड़ी एक घटना के बारे में बताते हैं, ‘‘चंद्रशेखरन का हत्यारोपी कोडी सुनी गिरफ्तारी से बचने के लिए भूमिगत था। शूटिंग के दौरान कुछ लोग बिना नंबर प्लेट वाली लगभग 20 कारों में आए और मुझे धमकाया। मुझे शूटिंग रोकनी पड़ी, जबकि वहां पुलिस भी मौजूद थी।

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उस समय राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की सरकार थी और कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला गृह मंत्री थे।’’ नतीजा, धमकी के कारण 28 कलाकारों ने फिल्म से हाथ खींच लिया। बाद में कैमरामैन, तकनीशियन और मेकअप मैन जैसे क्रू मेंबर्स भी पीछे हट गए। जब उन्हें धमकियां मिल रही थीं, तब मोइदु कन्नूर में एक अपार्टमेंट में रहते थे। वह आगे कहते हैं, ‘‘आज तक मुझे कोई भी फीचर फिल्म या विज्ञापन फिल्म बनाने की आजादी नहीं है।

‘टीपी 51’ के निर्माता को भी मैदान में खड़े होने की इजाजत नहीं दी जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि एक दिन वह अपनी फिल्म ‘टीपी 51’ को केरल के दर्शकों और आम जनता के सामने लाएंगे, जिसमें मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को एक आरोपी के रूप में दिखाया गया है। मोइदु कुछ वर्ष पहले कांग्रेस में थे। लेकिन उन्होंने यह कहते हुए पार्टी छोड़ दी कि कांग्रेस ने उनके साथ ‘इस्तेमाल करो और फेंक दो’ जैसा व्यवहार किया।

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