लखनऊ। यूपी में कोरोना संक्रमण अत्यंत भयावह स्थिति में पहुंच गया है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 18,021 नए मामले सामने आए हैं जो कि अब तक का एक रिकॉर्ड है। सोमवार को 13685 संक्रमित मिले थे। कोरोना के नए मामलों में अकेले 5382 तो लखनऊ के ही हैं। लखनऊ स्थित सिविल अस्पताल के 11 डॉक्टर और तीन मेडिकल स्टाफ कोरोना की चपेट में आ गये।
कोरोना जांच करते समय सभी संक्रमित हुए। इसके अलावा, प्रयागराज में 1856, वाराणसी में 1404 व कानपुर में 1271 नए मामले सामने आए हैं। इसके पहले सोमवार को नए मरीजों की संख्या में कुछ कमी तो आई, लेकिन संक्रमण से रिकॉर्ड 72 लोगों की मौत हो गई। कोरोना की दूसरी लहर में यह एक दिन में अधिकतम मौतें है।

अप्रैल माह में कोरोना का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। इस महीने में अभी 13 दिन ही हुए हैं और संक्रमण सात गुना बढ़ गया है। अब तक यूपी के 20 से ज्यादा जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया जा चुका है, इसके बाद भी कोरोना के बढ़ते मामले डरा रहे हैं।

यूपी में रविवार को 15 हजार से ज्यादा नए केस आने के बाद सोमवार को 13 हजार के करीब केस आने से थोड़ी राहत मिली थी। लेकिन मंगलवार को 18,021 नए केस आने से संकट फिर बढ़ गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मरीजों के इलाज के लिए बेड बढ़ाए जा रहे हैं। लखनऊ में कैंसर संस्थान को कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया है। इस अस्पताल में अब कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र और गुजरात से आने वाले प्रवासी मजदूरों के पलायन की वजह से हालत बिगड़ सकती है। इसलिए सरकार ने टेस्टिंग और ट्रेसिंग की संख्या भी बढ़ा दी है।

डीएम ने दिए आदेश

इस बीच लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ को निर्देश दिया है कि किसी भी तरह की छुट्टी लेने से पहले उन्हें अनुमति लेना आवश्यक होगा। क्योंकि ऐसा देखा जा रहा है कि यह डॉक्टर्स या मेडिकल स्टाफ इसलिए छुट्टी लेना चाहते हैं ताकि कोविड में ड्यूटी न करनी पड़े। डीएम का निर्देश है कि बिना परमिशन अवकाश लेने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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