मुजफ्फरनगर: तीन तलाक, हलाला जैसी घिनौनी कुप्रथाओं पर रोक लगने के बावजूद भी मुस्लिम महिलाओं को अभी भी शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। मुजफ्फरनगर के चरथावल से कांग्रेस प्रत्याशी रहीं डॉ. यासमीन ने अपने पति अरशद राणा गौर और चार अन्य पर सामूहिक दुष्कर्म, बंधक बनाने और मारपीट करने का मुकदमा दर्ज कराया है। डॉ. यासमीन ने चार दिन पहले पति सहित पांच लोगों पर ये गंभीर आरोप लगाए थे। पीड़िता के आरोप पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी, वहीं इस बीच पीड़िता सहित आरोपी पक्ष ने एसएसपी से मुलाकात कर अपना अपना पक्ष भी रखा है। बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस ने डॉ. यासमीन को चरथावल से प्रत्याशी बनाया था।
डॉ. यासमीन का आरोप है कि चुनाव हारने के बाद उनके पति अरशद राणा गौर ने उन्हें बेचने का प्रयास किया। इसका विरोध करने पर उनको बंधक बना लिया गया, जिसे थाना सिविल लाइंस पुलिस ने गेट तोड़कर मुक्त कराया। इस दौरान हरशद राणा के रिश्तेदार नसीर मलिक व तीन अन्य लोगों ने यासमीन के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोप है कि रेप का विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की गई। पीड़िता ने एसएसपी कार्यालय पर चेतावनी दी कि यदि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह आत्मदाह कर लेंगी।
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मामला तूल पकड़ता देख थाना सिविल लाइंस पुलिस ने डॉ. यासमीन के पति अरशद राणा गौर, नसीर मलिक आदि के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, बंधक बनाने और घर में घुसकर मारपीट करने का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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