चेन्नई। चेन्नई टेस्ट मैच की दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 5 विकेट के नुकसान पर 119 रन बना लिए हैं और उनकी कुल बढ़त 360 रनों की हो गई है। भारतीय गेंदबाजों ने दूसरी पारी में जल्दी-जल्दी विकेट चटकाए। वहीं रविचंद्रन अश्विन ने एक अनोखा कीर्तिमान अपने नाम कर लिया। ये एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे पिछले 114 सालों से कोई भी गेंदबाज हासिल नहीं कर सका था।

दरअसल अश्विन ने इंग्लैंड की दूसरी पारी के दौरान पहली ही गेंद पर विकेट चटका दिया। उन्होंने रोरी बर्न्स को स्लिप में खड़े अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। इस तरह से अश्विन किसी भी टेस्ट पारी की पहली ही गेंद पर विकेट चटकाने वाले दुनिया के तीसरे गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने 114 साल बाद इस कारनामे को अंजाम दिया। इससे पहले 1888 में बॉबी पील और 1907 में बर्ट वोल्गर ने ये कारनामा किया था। अब रविचंद्रन अश्विन भी इन गेंदबाजों की लिस्ट में शुमार हो गए हैं।

रविचंद्रन अश्विन एशिया में तीसरे सबसे तेज 300 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने

इससे पहले रविचंद्रन अश्विन ने एक और बड़ा कीर्तिमान अपने नाम किया था। वो एशिया में तीसरे सबसे तेज 300 विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए। इंग्लैंड की पहली पारी में जेम्स एंडरसन का विकेट लेते ही उन्होंने ये इतिहास रच दिया। अश्विन ने यह रिकॉर्ड 98 पारियों में हासिल किया। इनसे पहले यह रिकॉर्ड रंगना हेराथ के नाम था। हेराथ ने 106 पारियों में ऐसा किया था।

भारतीय गेंदबाजों में ये रिकॉर्ड अनिल कुंबले के नाम है। कुंबले ने 95 पारियों में एशिया में 300 विकेट लेने का कारनामा किया था। वहीं एशिया में सबसे तेज 300 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के पूर्व दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम है। मुरलीधरन ने 87 पारियों में सबसे तेज 300 विकेट लिए थे और उनका यह रिकॉर्ड आज भी कायम है।

इशांत शर्मा भारत के दिग्गज खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल

इशांत शर्मा हालांकि सबसे धीमे 300 टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं। इस मामले में रिकॉर्ड उनके ही साथी खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन के नाम है जिन्होंने मात्र 54 मुकाबलों में ही ये कारनामा कर दिखाया था। इसके अलावा अनिल कुंबले ने 66, हरभजन सिंह ने 72, कपिल देव ने 83 और जहीर खान ने 89 मैचों में अपने 300 टेस्ट विकेट पूरे किए थे। रविचंद्रन अश्विन पूरी दुनिया में सबसे तेज 300 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
इशांत शर्मा भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज रहे हैं और कई मौकों पर उन्होंने अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई है। पहले वो भारत की वनडे और टी20 टीम का भी प्रमुख हिस्सा हुआ करते थे। 2013 के चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में उनकी गेंदबाजी को कौन भूल सकता है जब एक ओवर के अंदर ही दो विकेट लेकर उन्होंने पूरे मैच का पासा पलट दिया था।

दूसरा सेशन

दूसरे सेशन में इंग्लैंड की टीम ने 118 रन बनाए और 4 विकेट गंवाया। पारी की पहली ही गेंद पर रविचंद्रन अश्विन ने रोरी बर्न्स को आउट कर दिया और इसके साथ ही उन्होंने एक बड़ा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। डॉम सिब्ली 16 और डेन लॉरेंस 18 रन ही बना सके। कप्तान जो रूट ने आते ही तेजी से बल्लेबाजी की और 7 चौके लगाए लेकिन 32 गेंद पर 40 रन बनाकर बुमराह की गेंद पर आउट हो गए। बेन स्टोक्स 7 रन बनाकर आउट हुए। चायकाल तक ओली पोप 18 और जोस बटलर14 रन बनाकर क्रीज पर थे।

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