समकालीन भारत को समझने की कुंजी

प्रो. कृपाशंकर चौबे जनसंचार के गंभीर अध्येता प्रो. संजय द्विवेदी की नई पुस्तक ‘भारतबोध का नया समय’ का पहला ही निबंध इसी शीर्षक से है। भारतबोध की समझ को स्पष्ट…

नए युगबोध का दस्तावेज

प्रोफेसर संजय द्विवेदी भारतीय पत्रकारिता के प्रतिष्ठित आचार्य हैं। उनकी नई पुस्तक ‘भारतबोध का नया समय’ के पहले आलेख में (जो कि पुस्तक का शीर्षक भी है) मीडिया आचार्य संजय…

रानी, महारानी और पटरानी में क्या होता है फर्क, जानने के लिए पढ़ें

प्रकाश सिंह Difference in Rani, Maharani & Patrani: भारत में राजा-रानियों के किस्से काफी मशहूर हैं। कई ऐसे राजा रहे हैं, जिनका अमिट छाप सदियों से बना हुआ है। ये…

पराक्रम दिवस पर विशेष: नेताजी ने 1943 में ही बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली सरकार

नेताजी की सरकार को 11 देशों ने उसी समय दे दी थी मान्यता यह नया भारत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सपनों का…

चांद और मैं

मैंने महबूब को चांद, कह क्या दिया…! चांद कल रात हमसे, ख़फ़ा हो गया! चांद तनकर ये बोला कि, सुन ”अजनवी” तेरे महबूब में ऐसी, क्या है ख़ुबी…? मैं कहा…

शीत ऋतु का घेरा

धवल चांदनी छिटक रही है, नूर समेटे बांहों में। चुपके से आ जाओ प्रियतम, नैन निहारे राहों में। मन में विरह का ताप बहुत है, दूर..! निंद का डेरा है।…

डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष को पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान

नई दिल्ली: प्रख्यात कवि, आलोचक एवं ‘साहित्य परिक्रमा’ (राजस्थान) के संपादक डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष को इस वर्ष के पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से अलंकृत किया…

नव वर्ष 2022 मंगलमय हो

नये वर्ष की बेला आयी। उर में नई चेतना लायी। कैसा लगता सुखद प्रभात। खुशियों की होती बरसात। वर्मा हुआ तिमिर का नाश। सबके अधरों पर उल्लास। नया वर्ष हर…

“साकी”

दीवाना बन के आया हूँ, तेरे मयखाने में साकी। पीला दे रूप का मदिरा, मुझे दो घूंट ऐ साकी।। मुझे मदहोश कर दे तूँ, पीला के हुस्न का मदिरा। तुम्हें…

‘मैं निशा हूं’ गीत संग्रह का लोकार्पण समारोह

लखनऊ: गीत संग्रह ‘मैं निशा हूँ’ प्रणीत निशा सिंह ‘नवल’ लखनऊ का लोकार्पण समारोह रश्मि प्रकाशन द्वारा शांति कुटी लक्ष्मण पूरी लखनऊ में किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ कवि…

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