‘मातृभाषा’ की जगह नहीं ले सकती कोई भी भाषा: प्रो. द्विवेदी
गुवाहाटी: “कोई भी भाषा किसी व्यक्ति की मातृभाषा की जगह नहीं ले सकती। हम अपनी मातृभाषा में सोचते हैं और उस पर हमारा स्वाभाविक अधिकार होता है। मातृभाषा में सोचने…
गुवाहाटी: “कोई भी भाषा किसी व्यक्ति की मातृभाषा की जगह नहीं ले सकती। हम अपनी मातृभाषा में सोचते हैं और उस पर हमारा स्वाभाविक अधिकार होता है। मातृभाषा में सोचने…
वक्त बदल रहा है, मीडिया बदल रहा है, मीडिया तकनीक बदल रही है, मीडिया के पाठक और दर्शक की रुचि, स्थिति और परिस्थिति भी बदल रही है। ऐसे में मीडिया…
अब जबकि सूरत में 14 सितंबर, 2022 से दो दिवसीय द्वितीय राजभाषा सम्मेलन प्रारंभ हो रहा है, तो यह जरूरी है कि हम राजभाषा की विकास बाधाओं पर बात जरूर…
Story: एक बार एक राजा (King story) ने विद्वान ज्योतिषियों और ज्योतिष प्रेमियों की सभा बुलाकर प्रश्न किया कि “मेरी जन्म पत्रिका के अनुसार मेरा राजा (King story) बनने का…
Story: ‘ अपनी जाति, राष्ट्र, धर्म आदि का सद् अभिमान। (Story) अपनी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा का अभिमान। आत्म-गौरव, आत्म विश्वास। (सेल्फ़-रेस्पेक्ट), ( सेल्फ स्टिम)। हमें अपना स्वाभिमान नहीं खोना चाहिए। (Story)…
अजय बोकिल (Book Review) पुस्तक ‘जो कहूंगा सच कहूंगा’ भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली (आईआईएमसी) के महानिदेशक, पत्रकार, शिक्षाविद प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी के साक्षात्कारों का ऐसा संकलन है,…
Story: संघर्ष करने से ही हमें आगे बढ़ने का हौसला, आत्मविश्वास मिलता है। और अंततः हम अपनी मंजिल को हासिल कर लेते हैं। (inspirational story) संघर्ष हमें जीवन का अनुभव…
Story: “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः” मनु ने ठीक ही कहा था, जहाँ नारियों की पूजा होती है, वहां देवता रमण करते हैं। (interesting stories in hindi) नारियों के…
Hindi Interesting Stories: एक गांवों में एक किट्टू नाम का बच्चा था, वह बहुत ही शरारती था और खेलने कूदने में बहुत आगे रहता था। सारा दिन खेलने में लगा…
काम पकरि लेव, लगि लेव धंधे तजि माया अरु लोभ! उमर बीस बीती है जब से, सुना रहे हैं लोग!! सुना रहे हैं लोग समय है बुरा ज़माना, दिल्ली जाकर…