Kahani: तभी तो

Kahani: एक साधु बाबा विचरण करते हुए एक नगरी में आ पहुंचे। उन्होंने देखा की यहां की प्रजा बहुत संपन्न और खुशहाल है और अपने राजा का बहुत सम्मान करती…

Poetry: हम सब परिवार एक

हम सब परिवार एक यह भाव जगाना है। अपने-अपने कर्तव्य मार्ग पर आगे बढते जाना है।। व्यक्ति-व्यक्ति में गुण अनेक व्यक्तित्व बढाना है। सोई शक्ति भस्म आप्लावित वह ऊपर लाना…

Poetry: मेरे जीवन के उद्देश्य

दीन दुखी के उर के भीतर, वर्मा करता सदा बसेरा। और मरीजों की सेवा में सदा समर्पित जीवन मेरा।। जनमानस की व्यथा देखकर मेरी आँखे भर आती है। जड़ता दूर…

Poem: पितृ पक्ष संस्कार

पितृ पक्ष है चल रहा, पूर्वज स्मृति का काल। नव पीढ़ी को संस्कार दें, हो संस्कृति का ऊंचा भाल।। हो संस्कृति का ऊंचा भाल, परंपराओं में संस्कार भरें। हैं मातु…

Kahani: खाली पीपे

Kahani: एक बहुत बड़ा सौदागर नौका लेकर दूर-दूर के देशों में लाखों-करोड़ों रुपए कमाने के लिए जाता रहता था। एक दिन उसके मित्रों ने उससे कहा- तुम नौका में घूमते…

2030 तक दुनिया का हर पांचवां व्यक्ति बोलेगा हिंदी

भाषा संवाद संप्रेषण का सशक्त माध्यम है। मनुष्य को इसलिए भी परमात्मा की श्रेष्ठ कृति कहा जाता है कि वह भाषा का उपयोग कर अपने भावों को अभिव्यक्त करने में…

Poem: कीमत बड़ी चुकाई जरा से उधार की

कीमत बड़ी चुकाई जरा से उधार की, नथनी के बदले नथ पे नजर थी सुनार की। अब क्या मिसाल दीजिए किस्मत की मार की, घर में कुँआरी रह गई बेटी…

Pitru Paksha की पवित्रता का रहस्य, जानिए पितरों के देवता अर्यमा के बारे में सब कुछ

Pitru Paksha: पितृपक्ष का समय हमारे लिए अपने पूर्वजों को याद करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने का एक पवित्र अवसर होता है। इन 16 दिनों में लोग अपने पितरों की…

Poem: लड़कों को खोजने के लिए

उदास लड़कों को खोजने के लिए कोई मोहनजोदाड़ो जैसी खुदाई नहीं करनी पड़ती। दिख जाएंगे कहीं भी, कभी भी उदास न दिखने की कोशिश करते हुए। मेट्रो या ऑटो की…

Kahani: कर्मों की दौलत

Kahani: एक राजा था जिसने ने अपने राज्य में क्रूरता से बहुत सी दौलत इकट्ठा करके (एक तरह शाही खजाना ) आबादी से बाहर जंगल एक सुनसान जगह पर छिपा…

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