Poem: भूगोल भारती

धरती का चूमचाम बदरे में रेखा हाय रे परान तोहे कबहुं न देखा। बदले भूगोल अब बदले विशेखा भारती के भाल से मिटे कलंक रेखा। देखा नहीं सिंध पंजाब सज्जो…

Kahani: कर भला तो हो भला

Kahani: जब रावण ने जटायु के दोनों पंख काट डाले तब काल उसको लेने आया। और जैसे ही काल आया गिद्धराज जटायु ने मौत को ललकार कहा, “खबरदार ये मृत्यु।…

Prerak Prasang: राजा ने महात्मा से पूछा भगवान का काम

Prerak Prasang: एक बार एक राजा ने अपने दरबारी मंत्रियों से पूछा, प्रजा के सारे काम मैं करता हूँ, उनको अन्न मैं देता हूँ, रोजगार मैं देता हूँ। उनकी बेटियों…

Pauranik Katha: राजा विक्रमादित्य की कुल देवी हरसिद्धि माता की कथा

उज्जयिन्यां कूर्परं व मांगल्य कपिलाम्बरः। भैरवः सिद्धिदः साक्षात् देवी मंगल चण्डिका। Pauranik Katha: पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार माता सती के पिता दक्षराज ने विराट यज्ञ का भव्य आयोजन…

Poem: तुमको जगना उठना ही होगा

आज काल का चक्र कह रहा तुमको जगना उठना ही होगा। छोड़ जातीयों के कुचक्र भेद ले राष्ट्र भाव जुटना ही होगा।। राम कृष्ण के वंशज हम सब तुलसी, वाल्मीकि,…

Pauranik Katha: यमराज का यमुना को वरदान

Pauranik Katha: भगवान विश्वकर्मा की पुत्री संज्ञा देवी का विवाह भगवान सूर्य से हुआ था। उन दोनों की तीन संताने थी। वैवस्वत, यम, औऱ यमुना। संज्ञा देवी अपने पति सूर्य…

Kahani: मुश्किल दौर

Kahani: एक बार की बात है, एक कक्षा में गुरुजी अपने सभी छात्रों को समझाना चाहते थे कि प्रकृति सभी को समान अवसर देती है। उस अवसर का इस्तेमाल करके…

Prerak Prasang: दुःख से छूटने का क्या उपाय है

Prerak Prasang: एक व्यक्ति अपने गुरु के पास गया और बोला, गुरुदेव, दुख से छूटने का कोई उपाय बताइए। शिष्य ने थोड़े शब्दों में बहुत बड़ा प्रश्न किया था। दुखों…

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