Pauranik Katha: कृपाचार्य और द्रोणाचार्य की रोचक कथा

Pauranik Katha: गौतम ऋषि के पुत्र का नाम शरद्वान था। उनका जन्म बाणों के साथ हुआ था। उन्हें वेदाव्यास में जरा भी रुचि नहीं थी और धनुर्विद्या से उन्हें अत्यधिक…

Kahani: अहंकारी राजा को समझ आया भगवान का काम

Kahani: एक बार एक राजा ने अपने दरबारी मंत्रियों से पूछा, प्रजा के सारे काम मैं करता हूँ, उनको अन्न मैं देता हूँ, रोजगार मैं देता हूँ। उनकी बेटियों के…

Kahani: लालची दोस्त और जिन्न

Kahani: एक गांव में रामू नाम का एक लड़का रहता था। वह रोज लकड़ी काटने जंगल में जाता था। उसका दोस्त उसकी लाई हुई लकड़ियों को बेचता था। एक बार…

Pauranik Katha: अर्जुन और भगवान शिव का युद्ध

Pauranik Katha: हिमालय की तराई में एक सघन वन था, वन में तरह-तरह के पशु-पक्षी रहते थे। वहीं जगह-जगह ऋषियों की झोंपड़ियां भी बनी हुई थीं। ऐसा लगता था मानो…

Pauranik Katha: शकुनि ने बदला लेने के लिए बहन के खानदान का कराया सर्वनाश

Pauranik Katha: गांधार देश के राजा सुबल के 100 पुत्र और एक पुत्री थी। सबसे छोटे पुत्र का नाम शकुनि और पुत्री का नाम गांधारी था। शकुनि की पत्नी का…

Pauranik Katha: सती अनसुइया के सतीत्व में फंसे त्रिदेव, बालक रूप में लेना पड़ा जन्म

Pauranik Katha: सती अनुसूया महर्षि अत्रि की पत्नी थीं, जो अपने पतिव्रता धर्म के कारण सुविख्यात थी। अनुसूया का स्थान भारतवर्ष की सती-साध्वी नारियों में बहुत ऊँचा है। इनका जन्म…

Narendra Modi: नरेंद्र की तपस्थली में नरेंद्र, युग चक्रवर्ती की शक्ति साधना

Narendra Modi: युग अश्वमेध और राजसूय यज्ञ समापन की ओर है। युगचक्रवर्ती को शासन के और बड़े एवं कड़े निर्णयों के लिए अपार शक्ति चाहिए। मां जगदम्बा की शक्ति का…

Kahani: क्या लगता है मैं रुकूँगा

क्या लगता है मैं रुकूँगा नहीं, असंभव। क्या लगता है मैं झुकूँगा नहीं, असंभव।। कष्टों को खूँटी पर रखकर सूर्य से नज़र मिलायेंगे। असि मनोबल की लेकर रण-भूमि में भिड़…

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