Pauranik Katha: सर्वनिन्दक महाराज
Pauranik Katha: एक थे सर्वनिन्दक महाराज। काम-धाम कुछ आता नहीं था पर निंदा गजब की करते थे। सदैव औरों के काम में टाँग फँसाते थे। अगर कोई व्यक्ति मेहनत करके…
Pauranik Katha: एक थे सर्वनिन्दक महाराज। काम-धाम कुछ आता नहीं था पर निंदा गजब की करते थे। सदैव औरों के काम में टाँग फँसाते थे। अगर कोई व्यक्ति मेहनत करके…
Rakshabandhan 2024: रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का त्योहार हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते की रक्षा और स्नेह को दर्शाता है। इस साल…
Pauranik Katha: जामवन्त को ऋक्षपति कहा जाता है। यह ऋक्ष बिगड़कर रीछ हो गया जिसका अर्थ होता है भालू अर्थात भालू के राजा। लेकिन क्या वे सचमुच भालू मानव थे?…
Tulsi Jayanti special: गोस्वामी तुलसीदास (Goswami Tulsidas) ने रामभक्ति के द्वारा न केवल अपना ही जीवन कृतार्थ किया वरन सभी को श्रीराम के आदर्शों से बांधने का प्रयास किया। वाल्मीकि…
Pauranik Katha: शिवपुराण के अनुसार एक बार ब्रह्माजी और भगवान विष्णु में श्रेष्ठ कौन है इसको लेकर बहस हो गई। ब्रह्माजी ने कहा कि उन्होंने संसार की रचना की इसलिए…
Nagpanchami Special: शिव आदि देव हैं। शेष नाग जीवचार्य हैं। वासुकी जीवन संग्राम के आधार हैं। तक्षक कलियुग के आधार चिंतक को बल देते हैं। परमब्रह्म, नारायण के निर्देशन में…
Pauranik Katha: महाभारत कालीन भारत में एक राज्य था कम्बोज। यह राज्य वर्तमान जम्मू-कश्मीर के चित्राल, बलूचिस्तान, बल्टीस्तान से लेकर एक ओर वर्तमान अफगानिस्तान के गान्धार से जुड़ा था तो…
Pauranik Katha: सबसे पहले यह समझ लीजिए कि माया और योगमाया यह दोनों भगवान की शक्ति है। जैसा की हम जानते हैं कि शक्ति और शक्तिमान से पृथक नहीं हो…
Hariyali Teej: हरियाली तीज (Hariyali Teej) भारतीय त्योहारों में से एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे मुख्यतः भारत के उत्तर भारत के राज्यों में मनाया जाता है। यह त्योहार श्रावण मास…
Pauranik Katha: गुणगान से तो भगवान प्रसन्न होते ही हैं, लेकिन भगवान अपने भक्त के गुणगान से और ज़्यादा प्रसन्न होते हैं। बहुत पुरानी बात है। किसी शहर में नंदी…