तालिबानी चक्रव्यूह में फंसती शेख हसीना!
शेख हसीना ने अपने पिता शेख मुजीबुर्रहमान के आत्माघाती नक्शेकदम पर चलना शुरू कर दिया है। शेख मुजीर्बुर रहमान ने इसी तरह भारत को आंख दिखाना शुरू कर दिया था…
शेख हसीना ने अपने पिता शेख मुजीबुर्रहमान के आत्माघाती नक्शेकदम पर चलना शुरू कर दिया है। शेख मुजीर्बुर रहमान ने इसी तरह भारत को आंख दिखाना शुरू कर दिया था…
‘स्वच्छ भारत अभियान’ को जन आंदोलन बनाने में भारत के प्रत्येक व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। समाज और राष्ट्र के निर्माण में स्वच्छता की बुनियादी भूमिका के बारे में…
Nishita Sharma प्राचीन काल से आधुनिक काल तक महिलाओं की स्थिति में अमूलचूल परिवर्तन हुआ है। महिलाओं को मिलने वाले अधिकारों में भी इसी अनुसार बदलाव होता रहा है। वैदिक…
डॉ. प्रेम नारायण भट्ट नीलकंठ महादेव का मंगलकारी एवं शांत मूर्त के अंतर्गत एक सौम्य स्वरूप माना जाता है, इस सौम्य स्वरूप के विषय में श्रीमद्भागवत के आठवें अध्याय में…
माता को शक्ति कहते हैं। शक्ति (power) कार्य करने की क्षमता (ability) का नाम है:- (power=work/time)। भौतिकी का नियम है कि ऊर्जा(energy) जितनी अधिक होगी, कार्य उतना अधिक संपन्न होगा।…
माँ दुर्गा को आदिशक्ति कहा गया है अर्थात् सभी शक्तियाँ इन्हीं से निःसृत होती हैं। यही सृष्टि की नियामिका शक्ति हैं, साथ ही अखिल ब्रहमाण्ड की आधारशिला भी। यही अखिल…
दुर्गोत्सव आरंभ होने को है। इससे जुड़ी तमाम उद्भावनाओं, स्थापनाओं एवं अवधारणाओं के बीच यह प्रश्न विद्यमान है कि क्या हम सच ही जागरण के लिए तैयार हैं? आइए कुछ…
डॉ. सुरभि पांडे क्या हम कल्पना कर सकते हैं कि कोई गाड़ी छह-सात घंटे के लिए अचानक से खराब हो जाए, जिसमें लाखों-करोड़ों लोग यात्रा पर निकले हों। और यह…
वैराग्य भले ही एक आध्यात्मिक अवधारणा हो, किम्वा भाषा-विज्ञान और व्याकरण की अवगाहना से भी इसके मंतव्य की संपुष्टि संसिद्ध होती है। वैराग्य है राग की विरुद्धार्थी संकल्पना। राग है…
अनुभूत सत्य है कि वैराग्य की संकल्पना सिर्फ़ सिद्धों, संतों को ही नहीं, अपितु सामान्य साधकों, सज्जनों, सद्गृहस्थों को भी सदा से लुभाती रही है। किसी पर्णकुटी, गिरा-गह्वर में धुनी…