Atiq Ahmed: प्रयागराज उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) की जांच कर रही पुलिस हत्या से जुड़ी कड़ियों को जितना, जोड़ने की कोशिश कर रही है, यह मामला उतना ही उलझता जा रहा है। उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) के बाद पुलिस अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के करीबियों की कुंडली खंगाल रही है। हर दिन मामले से जुड़ी नई जानकारियां भी सामने आ रही हैं। इस बीच उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) की जांच कर रही एसआईटी (SIT) को अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के बेटे असद (Asad Ahmed) के व्हाट्सएप ग्रुप ‘शेर-ए -अतीक’ (Sher-e-Atik) से कई अहम जानकारी हासिल हुई है। व्हाट्सएप ग्रुप में फ़तेहपुर जिले के कई लोगों के जुड़े होने की बात कही जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि जांच में जुटी एसआईटी, एसटीएफ (STF) की टीमें ग्रुप में जुड़े सदस्यों तक कभी भी पहुंच सकती हैं।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, व्हाट्सएप ग्रुप ‘शेर-ए -अतीक’ (Sher-e-Atik) से जुड़े लोगों ने अपने नंबरों को बंद कर रखा है। हालांकि, नंबर के आधार पर सभी लोगों की पहचान हो चुकी है। गौरतलब है कि माफिया अतीक अहमद का बेटा असद शेर-ए-अतीक (Sher-e-Atik) नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप चलाता था। पुलिस की जांच में जहानाबाद, हुसैनगंज, हथगांव, खखरेडू, सदर कोतवाली के पनी मोहल्ला समेत कई इलाकों के लोग संदिग्ध पाए गए हैं। इस व्हाट्सएप ग्रुप में करीब 200 सदस्य जुड़े थे।

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जानकारी के मुताबिक उमेश पाल हत्याकांड के बाद इस ग्रुप को बंद कर दिया गया था। फतेहपुर जिले में 20 से 25 सदस्य होना बताया जा रहा है। जिनकी तलाश में एसटीएफ और एसआईटी कभी भी छापेमारी कर सकती है। सूत्रों की मानें तो कुछ समाजवादी पार्टी के नेता भी पुलिस की राडार पर हैं। हालांकि अतीक अहमद से ताल्लुक रखने वाले हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद अहमद और उसके भाई जर्रार को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। इसके साथ ही प्रयागराज पुलिस ने अतीक के कनेक्शन में रहने वाले 35 लोगों के नामों की सूची ने भेजी थी, जिनके ठिकानों पर भी छापेमारी भी की जा चुकी है।

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