सम्भल: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यकर्ताऔर नेता सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए पेश की गई अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं के साथ एकजुटता दिखाते हुए सोमवार को नई तहसील सम्भल में ‘सत्याग्रह’ प्रदर्शन किया गया। देशभर में युवा इस योजना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और कई शहरों व कस्बों से हिंसा की घटनाएं दर्ज की गई हैं।

जनपद सम्भल की नई तहसील में उत्तर प्रदेश शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी ने को अग्निपथ योजना के विरोध कर ‘सत्याग्रह’ किया। शहर पार्टी अध्यक्ष तौकीर ने बताया, ‘यह निर्णय इसलिए लिया गया, क्योंकि ‘अग्निपथ’ योजना ने हमारे देश के युवाओं को आक्रोशित कर दिया है और वे सड़कों पर उतरकर विरोध प्रकट कर रहे हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके साथ खड़े रहें। आगे कहा कि सरकार को यह अग्निपथ योजना को खत्म करके पहले जैसे भर्ती प्रक्रिया को सुरू करे। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर सशस्त्र बलों की भर्ती हेतु गलत नियोजित अग्निपथ योजना के विरोध में शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने नई तहसील पर भर्ती का ख्वाब देख रहे युवाओं एवं राष्ट्रहित द्वारा शांतिपूर्ण सत्याग्रह किया।

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शहर अध्यक्ष तौकीर अहमद के नेतृत्व में कांग्रेस के विधानसभा स्तरीय कार्यक्रम के अंतर्गत नई तहसील पर अग्नीपथ योजना के विरोध में सत्याग्रह किया जैसा की सर्वविदित है कि हाल ही में घोषित अग्नीपथ योजना से सशस्त्र बलों की लंबे समय से चली आ रही परंपराओं और लोकाचार को नष्ट करने और उनके मनोबल का अवमूल्यन करने के कारण पूरे देश में व्यापक गुस्सा और विरोध हो रहा है। बिना किसी व्यापक परामर्श के केंद्र सरकार द्वारा इस गलत नीति को जिस तरह थोपा गया। उससे बड़ी संख्या में वे तमाम युवक नाराज हैं जो सशस्त्र बलों में शामिल होने का सपना देख रहे हैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने देश के राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए लड़ने की अपनी गौरवपूर्ण विरासत को लेकर पहले ही दिन से इस योजना का विरोध किया।

राष्ट्रीय सुरक्षा वह हमारे सशस्त्र बलों के मनोबल पर पड़ने वाले दूरगामी प्रभावों को भी उजागर किया। पार्टी ने इसके विरोध में 20 जून को जंतर मंतर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था। हमारे सांसदों ने अग्निपथ के खिलाफ संसद में शांतिपूर्ण मार्च निकाला और वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को विस्तृत ज्ञापन सौंपा, जिसमें विवादास्पद योजना को वापस लेने और उस पर व्यापक विचार विमर्श करने का अनुरोध किया गया था।

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