शाहजहांपुर: मोहब्बत की यह कहानी वैसे तो फिल्मी दिखती है लेकिन थोड़ी अलग हटकर है। 10 साल पहले एक लड़का और एक लड़की दिल्ली में रहकर एक साथ पीसीएस की कोचिंग करते थे। दोनों के बीच प्यार हो गया। लड़की नायब तहसीलदार पद पर चयनित हो गई जबकि लड़का बेरोजगार रह गया। लड़की ने बाद में भी शादी का झांसा दिया और बॉयफ्रेंड का इस्तेमाल कर रुपये ऐंठती रही। जब लड़के ने शादी की बात कही तो प्रतापगढ़ में तैनाती के दौरान प्रेमिका ने उसे जेल भिजवा दिया। अब प्रेमी भी जेल में रहकर उसका जानी दुश्मन बन गया। उसने कोर्ट के आदेश पर प्रेमिका के ऊपर एफआईआर दर्ज कराई है।
प्रयागराज में तैनात महिला तहसीलदार न्यायिक के विरुद्ध कोर्ट के आदेश पर उसके प्रेमी ने बंडा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संजीव बाजपेई ने मीडिया को बताया कि थाना बंडा अंतर्गत बसंतापुर गांव में रहने वाले गुरविंदर सिंह वर्ष 2012 में दिल्ली में कोचिंग करता था। उसी के साथ एक लड़की भी कोचिंग करती थी। उसने लड़के को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। उसे शादी का आश्वासन दे दिया। प्यार का दिखावा करके लड़की ने उससे काफी धनराशि वसूली। कुछ धनराशि अपने परिजनों को भी दिलाई।
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उन्होंने बताया कि बाद में कुछ धनराशि वापस भी की गई। इसी बीच तथाकथित प्रेमिका की नियुक्ति नायब तहसीलदार के पद पर प्रतापगढ़ में हो गई। वहां भी उसके प्रेमी गुरविंदर ने उसके मकान में एसी लगवाया। चार पहिया वाहन व अन्य जरूरत का सामान भी खरीद कर दिया। बाद में उसके परिजनों की नियति में बदलाव आ गया। उन्होंने गुरविंदर के विरुद्ध थाना (लालगंज) प्रतापगढ़ में मुकदमा दर्ज करा दिया। लड़की ने उसे जेल भिजवा दिया। जेल से छूटने के बाद प्रेमी ने न्यायालय की शरण ली। जिसके बाद न्यायालय के आदेश के बाद प्रेमिका पर मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं प्रयागराज में तैनात तहसीलदार न्यायिक ने इस मुद्दे पर बात करने से ही इनकार कर दिया। वही पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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