लखनऊ। वृृन्दावन आवास योजना के सेक्टर- बी, कालोनी में सोमवार को वेदान्त सत्संग आश्रम, चिनहट के महामण्डलेश्वर स्वामी अभयानन्द सरस्वती जी ‘महराज’ का श्रीअभिषेक मंगलम किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये महामण्डलेश्वर स्वामी अभयानन्द सरस्वती जी ‘महराज’ ने कहा कि जीवन में सुचिता के भाव की मजबूती ही धर्म की शाश्वत अवधारणा है। सरस्वती जी ‘महराज’ ने कहा कि जिस तरह मनुष्य अपने जीवन में अनेक सम्पत्तियों की सुरक्षा का जतन किया करता है उसी तरह सनातन प्राणी को धर्म और प्रकृृति की रक्षा में भी समर्पण भाव रखना चाहिए।
उन्होंने अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण शुरू होने को वर्तमान काल के प्राणी के लिये सबसे पुनीत व पुण्य का भागी होने का काल ठहराया। स्वामी अभयानन्द ने कहा कि मनुष्य जिस क्षण प्रभु के शरणागत हुआ करता है उसी क्षण से भगवान उस प्राणी के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने लगते है। कार्यक्रम के संयोजक, अवध बार एशोसिएशन के पूर्व महासचिव पंडित राम सेवक त्रिपाठी ने श्री गुरुपादुका पूजन व आरती वंदन किया। सह संयोजक प्रतापगढ़ संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी ‘महेश’ ने अध्यात्म की महत्तता पर प्रकाश डालते हुये स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आल इण्डिया रूरल बार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश शुक्ल व संचालन प्रतिष्ठा त्रिपाठी ने किया।
आभार प्रदर्शन मुख्य संयोजिका सरला त्रिपाठी ने किया। इस मौके पर स्वामी ओमकारानन्द, स्वामी जगदानन्द, एके चंदोला, सुधीर मिश्रा, डा. आ.शिवम मिश्र, राजेश तिवारी, वीके सिंह, आरएस उपाध्याय ने भी अपने विचार रखे, कार्यक्रम के दौरान ऊषा तिवारी, भाग्यश्री, ललिता मिश्र व प्रतिष्ठा का आध्यात्मिक वंदन गान श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर गया। इसके पूर्व महामण्डलेश्वर स्वामी अभयानन्द सरस्वती जी ‘महराज’ की शोभायात्रा कालोनी के श्रद्धालुओं व आयोजन समिति से जुड़े लोगों ने पुष्पवर्षा करते हुये गगनभेदी जयघोष भी किया।
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