UP News: तकनीकी ने जहां चीजों को आसान किया है, वहीं मुश्किलें भी पैदा की हैं। अपराध रोकने के लिए नई-नई तकनीकों को विकसित किया गया, लेकिन अपराधी भी समय के हिसाब से हाईटेक होते चले गए। वे इन्हीं तकनीकों को हथियार बनाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। मजे की बात यह है कि उनके शिकार न सिर्फ आम आदमी बन रहे है, बल्कि नेता, अधिकारी और पुलिसवाले भी बन रहे हैं। बैंक की भीड़ भाड़ से बचने और सुरक्षित तरीके से पैसा निकालने के लिए एटीएम का इजाद हुआ तो अपराधी वहां भी सक्रिय हो गए और पलक झपकते खाता धारकों का उकाउंट साफ कर दे रहे हैं। अपराधियों ने अब सेक्सटॉर्शन (Sextortion) को अपना नया हथियार बनाया है। इस नये हथियार से वह पुलिसकर्मियों को भी अपना शिकार बना रहे है। गत एक वर्ष में यूपी पुलिस के 150 से अधिक कर्मी इस अपराध का शिकार हुए हैं।
ठग सेक्सटॉर्शन में फंसाकर लोगों से अच्छी वसूली कर रहे हैं। मजे की बात यह है कि सेक्सटॉर्शन के शिकार हुए लोग इसकी शिकायत भी नहीं कराते। इसकी वजह उनका निजी बातें सार्वजनिक होने के डर से लोग पुलिस में शिकायत करने से बचते हैं, जिसका फायदा ठग उठा रहे हैं। शर्म के चलते पीड़ित पुलिस के पास नहीं जाते और ठग की बातों को मानने को मजबूर हो जाते हैं।
एक रिपोर्ट में साइबर-अपराध स्पेशलिस्ट अमित दुबे का हवाला देते हुए कहा गया है कि वीडियो कॉल पर जबरन वसूली करना काफी आसान हो गया है। यहां हर कोई इंटरनेट पर फेसटाइम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म के जरिए वीडियो कॉल कर रहा है। गत वर्ष 2022 में यूपी पुलिस के 150 से अधिक अधिकारी सेक्सटॉर्शन (Sextortion) का शिकार हुए हैं। इन पुलिसवालों से जबरन वसूली की गई। इससे समझा जा सकता है कि सेक्सटॉर्शन (Sextortion) के शिकार से जब पुलिसवाले नहीं बच रहे हैं, आम आदमी का क्या हो रहा होगा।
क्या है सेक्सटॉर्शन (Sextortion)
सेक्सटॉर्शन (Sextortion) ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसा है। इसमें पहले लोगों को मैसेज करके बहकाया जाता है, और फिर वीडियो कॉल के जरिए उनसे बात करते हैं। इस दौरान ठग अश्लील वीडियो को दिखाकर लोगों की न्यूड वीडियो व फोटो ले लेते हैं। बाद में पीड़ितों की निजी तस्वीरें या वीडियो को इंटरनेट पर लीक करने की धमकी देकर उनसे पैसों की वसूली शुरू हो जाती है। सेक्सटॉर्शन (Sextortion) में फंसे लोग बदनामी के डर से ठगों की बात मानने को बाध्य हो जाते हैं। बताया जा रहा है पीड़ित को केवल कुछ सेकंड के लिए वॉट्सऐप पर एक वीडियो कॉल मिलती है, जहां एक लड़की अपने कपड़े उतार रही होती है। इसके बाद कॉल तुरंत काट दिया जाता है, फिर फोन करके पीड़ित से भी कपड़े उतारने की डिमांड की जाती है।
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महिलाएं भी हो रहीं शिकार
पीड़ित पक्ष के ऐसा करते ही फोन कट जाता है और उसके न्यूड तस्वीरों का स्क्रीन शॉट भेजकर ठग पैसों डिमांड करने लगते हैं। मांग पूरी न होने पर निजी तस्वीरों को इंटरनेट पर लीक करने की धमकी दी जाती है। इतना ही नहीं ठग ऐसे लोगों को बार-बार फोन करके वसूली करते हैं। जानकारी के मुताबिक इसके शिकार केवल पुरुष ही नहीं महिलाएं भी हो रही हैं। ठग कॉल रिसीब करने वाली महिलाओं को भी पुरुष की न्यूड वीडियो दिखाकर उनकी भी अश्लील तस्वीरें व वीडियो बना लेते हैं। फिलहाल अधिकतर मामलों में शिकायत न होने की वजह से ठगों के हौसले बुलंद हैं, और वह किसी को भी अपना शिकार बना रहे हैं। हैरत की बात यह है सेक्सटॉर्शन (Sextortion) के शिकार हुए पुलिसवाले भी निलंबन के डर से इस बात को दबा देते हैं।
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