Baghpat News: बदहाल व्यवस्था यानी सरकारी कार्यालय। सरकारी शब्द आते ही अधिकारियों की मौज और वहां की बदहाल व्यवस्था जेहन में आने लगती है। ऐसी ही बदहाल व्यवस्था का शिकार उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में देखने को मिल रहा है। यहां विद्युत विभाग में काम कर रहे कर्मचारी कार्यालय में हेलमेट पहनकर ड्यूटी करते हैं। वजह है जर्जर भवन। कर्मचारियों को डर है कि भवन का प्लास्टर कहीं उनके ऊपर न गिर जाए। इससे बचने के लिए कर्मचारी हेलमेट लगाकर अपना काम निपटाते हैं। यहां तैनात कर्मचारी हेलमेट पहनकर कोई उपभोक्ताओं की समस्या सुन रहा है, तो कोई इंजीनियर हेलमेट लगाकर कंप्यूटर चला रहे हैं।

गौरतलब है कि बागपत के बड़ौत शहर के पावर कारपोरेशन लिमिटेड के कार्यालय का मकान खंडहर में तब्दील हो चुका है। इसी जर्जर भवन में बैठकर विद्युत कर्मचारी रोजाना अपना कामकाज निपटाते हैं। कार्यालय इतना जर्जर है कि कब भर-भराकर गिर जाए या छत से प्लास्टर टूट कर गिर पड़े, कुछ नहीं कहा जा सकता। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से कर्मचारी सिर पर हेलमेट पहनकर काम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि गर्मी हो या सर्दी या फिर बरसात, सभी मौसम में कर्मचारी हेलमेल पहनकर ही काम करते हैं। जानकारी के मुताबिक बागपत जनपद में चार बिजली परीक्षण शालाएं हैं, जिनमें दो बिजली परीक्षण शाला बड़ौत शहर में, एक खेकड़ा कस्बे और दूसरा बागपत शहर में है।

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इन चारों परीक्षण शालाओं पर सहायक इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, नोडल अधिकारी, संविदा कर्मचारी के अलावा लिपिक समेत 45 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैंकर्मचारियों का कहना है कि इस मकान की वर्षों पहले मरम्मत हुई थी, लेकिन अब यह पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। भवन से आये दिन छत से प्लास्टर टूट कर गिरता रहता है। हल्की बारिश में भवन की छत टपकने लगती है। समस्या के चलते कई कर्मचारी तो यहां से अपना ट्रांसफर भी करवा चुके हैं। कर्मचिरयों का कहना है कि अफसरों से जर्जर भवन की शिकायतें कर मरम्मत की मांग की जाती है, लेकिन अधिकारी यहां का निरीक्षण करना भी उचित नहीं समझते।

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