नई दिल्ली: पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद से देश की जनता लगातार मंहगाई की आग में झुलसती जा रही है। बढ़ती गर्मी और मंहगाई की तपिश में आम जनता बेहाल नजर आने लगी है। पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार हो रही वृद्धि के सरकार ने एक साथ मंहगाई के दो झटके दिए हैं। 1 अप्रैल से एक तरफ जहां नेशनल हाईवे (NHAI) पर टोल टैक्स में बढ़ोतरी कर दी गई है, वहीं दूसरी तरफ एलपीजी सिलेंडर के दाम में 250 रुपए की बढ़ोतरी हुई हैं। हालांकि एलपीजी के कामर्शियल सिलेंडर में यह बढ़तोरी हुई है, जिससे सामान्य वर्ग पर इसका कोई खास असर पड़ने वाला नहीं है। सरकार ने नेशनल हाईवे (NHAI) पर टोल टैक्स बढ़ाने के फैसले को 31 मार्च की रात 12 बजे से लागू कर दिया है। इसका सीधा असर सामान के ट्रांसपोर्टेशन और कार चालकों पर पड़ेगा। जो एक शहर से दूसरे शहर तक ट्रैवल करते हैं।
सरकार के इन फैसलों से जनता चौतरफा मंहगाई की मार झेलने को मजबूर हो गई है। क्योंकि पेट्रोल-डीजल के दाम में लगी आग से झुलस रही जनता पर टोल टैक्स और एलपीजी सिलेंडर में की गई बढ़ोतरी ने और भी बेबस कर दिया है। टोल टैक्स में बढ़ोतरी किए जाने से लोगों के सफर को और भी मंहगा कर दिया है। बता दें कि टोल टैक्स में करीब 10 से 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।
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गौरतलब है कि इससे पहले इससे पहले जो लोग महीने के पास पर (40 लोगों के लिए) पहले टोल के तौर पर 765 रुपए चुकाना पड़ता था, वहीं अब लोगों को 875 रुपए जमा करने होंगे। ऐसे में रोजाना सफर करने वाले लोगों की जेब पर 110 रुपए का अधिक बोझ बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि एनएचआई के टोल बढ़ाने का फैसला टोल के रखरखाव की बढ़ती लागत और टोल कंपनियों के अनुरोध पर किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार NHAI के डायरेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया है कि दिल्ली से जुड़ने वाली हाईवे पर अब लोगों को ज्यादा टोल चुकाना पड़ेगा। नए फैसले से लोगों को करीब 10 रुपए ज्यादा टोल देना होगा। टोल टैक्स में बढ़ोतरी का असर सबसे ज्यादा असर बड़ी गाड़ियों पर पड़ेगा। क्योंकि बड़े वाहनों के टोल में करीब 65 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। यह सभी बढ़ी हुई दरे 31 मार्च की रात 12 बजे से लागू हो चुकी हैं।
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