Pauranik Katha: अर्जुन को पाशुपतास्त्र की प्राप्ति कैसे हुई
Pauranik Katha: अभिमन्यु वध से व्यथित और क्रोधित अर्जुन ने प्रतिज्ञा की कि ‘मैं कल सूर्यास्त तक अभिमन्यु की मृत्यु में कारण बने जयद्रथ का वध कर डालूँगा, नहीं तो…
Pauranik Katha: अभिमन्यु वध से व्यथित और क्रोधित अर्जुन ने प्रतिज्ञा की कि ‘मैं कल सूर्यास्त तक अभिमन्यु की मृत्यु में कारण बने जयद्रथ का वध कर डालूँगा, नहीं तो…
Kahani: एक राजा था, जिसकी केवल एक टाँग और एक आँख थी। उस राज्य में सभी लोग खुशहाल थे, क्योंकि राजा बहुत बुद्धिमान और प्रतापी था। एक बार राजा को…
Pauranik Katha: हमारे देश में कई बड़े-बड़े ऋषि ने जन्म लिए हैं, जिसमें से वेदव्यास एक बड़े महात्मा ऋषि हैं। इनकी न जाने कितनी सारी बातें आज भी हमारे देश…
Kahani: एक भिखारी था। उसने सम्राट होने के लिए कमर कसी। चौराहे पर अपनी फटी-पुरानी चादर बिछा दी, अपनी हाँडी रख दी और सुबह-दोपहर-शाम भीख माँगना शुरू कर दिया, क्योंकि…
Pauranik Katha: एक बार एक किसान जंगल में लकड़ी बीनने गया, तो उसने एक अद्भुत बात देखी। एक लोमड़ी के दो पैर नहीं थे, फिर भी वह खुशी-खुशी घसीट कर…
“अंगद कहइ जाउँ मैं पारा। जियँ संशय कछु फिरती बारा॥” Kahani: अंगद बुद्धि और बल में बाली के समान ही थे। समुद्र के उस पार जाना भी उनके लिए बिल्कुल…
Kahani: एक व्यापारी की बड़ी अच्छी स्थिति थी, व्यवसाय चलता था खूब पैसा था। व्यवधान भी आते थे, एक दिन नींद ना आई मन में चैन नहीं था, बहुत बेचैनी…
Kahani: संत श्री अनंतकृष्ण बाबा के पास एक लड़का सत्संग के लिए आया करता था। प्रभावित होकर दीक्षा के लिए प्रार्थना करने पर बाबा ने कहा कि महामंत्र का 11…
Prerak Prasang: महर्षि वेदव्यास की महान रचना महाभारत ग्रंथ के प्रमुख पात्र भीष्म पितामह हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे एकमात्र ऐसे पात्र है, जो महाभारत में…
Prerak Prasang: एक बार एक शिव भक्त धनिक शिवालय जाता है। पैरों में महँगे और नये जूते होने पर सोचता है कि क्या करूँ? यदि बाहर उतार कर जाता हूँ,…