Pauranik Katha: सोलह पौराणिक पात्र, इनका जन्म माता-पिता के सयोंग के बगैर ही हुआ है!

Pauranik Katha: दुनिया के सबसे अधिक पुराने धर्म, हमारे हिन्दू धर्म ग्रंथों में तमाम ऐसी कथायें वर्णित हैं, जिनमें ऐसा कहा गया है कि इन सभी का जन्म पिता के…

Pauranik Katha: सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र

Pauranik Katha: राजा हरिश्चंद्र अयोध्या के प्रसिद्ध सूर्यवंशी राजा थे। जो सत्यव्रत के पुत्र थे। इन्हीं के कुल में भगवान श्री राम का जन्म हुआ और रघुकुल की रीत चली…

Pauranik Katha: अर्जुन को पाशुपतास्त्र की प्राप्ति कैसे हुई

Pauranik Katha: अभिमन्यु वध से व्यथित और क्रोधित अर्जुन ने प्रतिज्ञा की कि ‘मैं कल सूर्यास्त तक अभिमन्यु की मृत्यु में कारण बने जयद्रथ का वध कर डालूँगा, नहीं तो…

Kahani: विकलांग राजा और चित्रकार

Kahani: एक राजा था, जिसकी केवल एक टाँग और एक आँख थी। उस राज्य में सभी लोग खुशहाल थे, क्योंकि राजा बहुत बुद्धिमान और प्रतापी था। एक बार राजा को…

Pauranik Katha: ब्रजमंडल कैसे बसा

Pauranik Katha: यदुवंश में शूरसेन नाम के एक पराक्रमी क्षत्रिय हुए। उनकी पत्नी का नाम मारिषा था। उनके दस पुत्र हुए। वसुदेवजी उनके सबसे श्रेष्ठ पुत्र थे। इनका विवाह देवक…

Pauranik Katha: शकुनि कौन था, जानें क्यों ली थी कौरवों के विनाश की प्रतिज्ञा

Pauranik Katha: गांधार देश के राजा सुबल के 100 पुत्र और एक पुत्री थी। सबसे छोटे पुत्र का नाम शकुनि और पुत्री का नाम गांधारी था। शकुनि की पत्नी का…

Pauranik Katha: कौन थे महर्षि वेद व्यास, जानें उनके जन्म से जुड़ी ये कहानी

Pauranik Katha: हमारे देश में कई बड़े-बड़े ऋषि ने जन्म लिए हैं, जिसमें से वेदव्यास एक बड़े महात्मा ऋषि हैं। इनकी न जाने कितनी सारी बातें आज भी हमारे देश…

Pauranik Katha: धृतराष्ट्र, पाण्डु और विदुर का कैसे हुआ जन्म, जानें क्या है कथा

Pauranik Katha: हस्तिनापुर नरेश शान्तनु और रानी सत्यवती के चित्रांगद और विचित्रवीर्य नामक दो पुत्र हुए। शान्तनु का स्वर्गवास चित्रांगद और विचित्रवीर्य के बाल्यकाल में ही हो गया था, इसलिये…

Pauranik Katha: भगवान शिव के छह पुत्र

Pauranik Katha: आपने भगवान विष्णु के पुत्रों के नाम पढ़े होंगे। नहीं पढ़ें तो अब पढ़ लें आनंद, कर्दम, श्रीद और चिक्लीत। विष्णु ने ब्रह्मा के पुत्र भृगु की पुत्री…

Kahani: भक्त गोविन्द दास

Kahani: बरसाना में गोविन्द दास नाम का एक भक्त रहता था। उसकी एक पुत्री थी, जिसका नाम था मुनिया। गोविन्द दास के परिवार में मुनिया के अलावा कोई नहीं था।…

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