Lok Sabha Elections 2024: राजनीति में भी चमके मीडिया के सितारे

Lok Sabha Elections 2024: इन दिनों देश में लोकतंत्र का महापर्व चल रहा है। जाहिर है राजनीति का आकर्षण प्रबल है। सिने कलाकार, साहित्यकार, वकील, न्यायाधीश, खिलाड़ी, गायक, उद्योगपति सब…

Ambedkar Jayanti: ‘मूक’ समाज को आवाज देकर बन गए उनके ‘नायक’

Ambedkar Jayanti: “अगर कोई इंसान, हिंदुस्तान के क़ुदरती तत्वों और मानव समाज को एक दर्शक के नज़रिए से फ़िल्म की तरह देखता है, तो ये मुल्क नाइंसाफ़ी की पनाहगाह के…

Pandit Makhanlal Chaturvedi: ‘यह सुधार-समझौतों वाली मुझको भाती नहीं ठिठोली’

पं. माखनलाल चतुर्वेदी (Pandit Makhanlal Chaturvedi) और उनकी संपूर्ण जीवनयात्रा, आत्मसमर्पण के खिलाफ लड़ने वाले संपादक की यात्रा है। रचना और संघर्ष की भावभूमि पर खड़ी हुयी उनकी लेखनी में…

जनसंचार के अप्रतिम विमर्शकार हैं प्रो. संजय द्विवेदी: गिरीश पंकज

नई दिल्ली: प्रख्यात साहित्यकार गिरीश पंकज का कहना है कि संजय द्विवेदी भारतीय मीडिया के अप्रतिम विमर्शकार हैं। वे समाधानपरक पत्रकारिता और मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता के ध्वजवाहक भी हैं। श्री पंकज…

प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से मिला आईआईएमसी को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा

भोपाल: देश के प्रतिष्ठित मीडिया शिक्षण संस्थान भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिए जाने पर संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो.…

एक आहत सभ्यता की सजल आँखें!

‘सबके राम, सबमें राम’ की भावना को स्थापित करने से बनेगा ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ अयोध्या में 22 जनवरी, 2024 को रामलला विराजे और तमाम आँखें सजल हो उठीं। ये आँसू…

भारतीय भाषाओं के लिए स्वर्णिम समय: प्रो. संजय द्विवेदी

जयपुर: विश्व हिन्दी दिवस के अवसर जयपुर से प्रकाशित मीडिया त्रैमासिक जर्नल ‘कम्युनिकेशन टुडे’ तथा दिल्ली के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान भारती विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में ‘मीडिया में हिन्दी: समस्याएं…

राष्ट्र के पुनर्निर्माण का आधार बनेगा राम मंदिर

आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है। दुनिया में कोई भी देश हो, अगर उसे विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचना…

कथा साहित्य के लिए उर्वर प्रदेश है छत्तीसगढ़: प्रो. संजय द्विवेदी

दुर्ग/छत्तीसगढ़: भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी का कहना है कि छत्तीसगढ़ कथा सृजन के लिए सबसे उर्वर प्रदेश है, क्योंकि जैसी विविधता और लोक…

भारतबोध के वैश्विक प्रवक्ता थे वैदिक: प्रो. द्विवेदी

इन्दौर: भारतीय भाषाओं के लिए समर्पित योद्धा, 13 साल की आयु में हिंदी सत्याग्रही के नाते 1957 में पटियाला जेल में रहे, भारत को भारतीय दृष्टि से देखने वाले, वैश्विक…

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